कानून व्यवस्था की समीक्षा का तीसरा दिन: पुलिस को मुख्यमंत्री के निर्देश,कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं ,पीड़ित को न्याय दिलाना पुलिस का पहला कर्तव्य

Dr. CHETAN THATHERA
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जयपुर। प्रदेश में बढ़ते अपराधों और लचर कानून व्यवस्था आलोचना का सामना कर रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अब अपना पूरा फोकस कानून व्यवस्था को मजबूत करने पर कर दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज लगातार तीसरे दिन आईजी और पुलिस अधीक्षकों की बैठक लेकर कानून व्यवस्था मजबूत करने पर जोर दिया। साथ ही जिलेवार अपराधों का फीडबैक लिया। दोपहर 12:30 बजे शुरू हुई बैठक लगभग 4 बजे तक चली। बैठक में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव,मुख्य सचिव उषा शर्मा,पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर सहित आईजी रेंज और तमाम जिलों के पुलिस अधीक्षक भी वर्चुअल बैठक में जुड़े। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कानून की सख्ती के साथ पालना हो कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है।

उन्होंने कहा कि पीड़ित को न्याय दिलाना पुलिस का प्राथमिक कर्तव्य है। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि थाने से लेकर पुलिस मुख्यालय स्तर तक फरियादियों की संवेदनशीलता के साथ सुनवाई कर उनकी पीड़ा को दूर किया जाए। हार्डकोर अपराधियों एवं संगठित अपराधों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पुलिस महकमे का प्रतिबद्धता के साथ सुदृढीकरण और आधुनिकीकरण कर रही है। संसाधनों को लेकर किसी तरह की कमी नहीं रखी जा रही हैं। अब पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि प्रदेश में अपराधों पर अंकुश लगाने और पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के दायित्व का पूरे समर्पण के साथ निर्वहन करे।

 

हिरासत में मौत चिंता का विषय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैठक के दौरान हिरासत में मौतों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं को सख्ती से रोका जाए। पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करें कि पुलिस हिरासत में मौतें न हों। उन्होंने कहा कि न्याय में देरी भी न्याय नहीं मिलने के समान है।

पुलिस के साथ मारपीट की घटनाओं से कम होता है इकबाल

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बदमाशों द्वारा पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं से पुलिस का इकबाल कमजोर होता है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला पुलिस अधीक्षक ऐसी घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगायें। कोई घटना होने पर कार्रवाई या धरपकड़ के लिए पर्याप्त जाब्ता भेजे ताकि पुलिस के साथ मारपीट जैसी घटनाएं न हो। उन्होंने कहा कि देशभर में साम्प्रदायिकता, तनाव और हिंसा का माहौल बढ़ रहा है। ऐसे में पुलिस के लिए आने वाला समय चुनौतीपूर्ण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ऐसे मामलों में कानून के अनुरूप सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कर चाहे ऐसी घटनाओं में लिप्त व्यक्ति किसी भी जाति अथवा धर्म का हो।
गहलोत ने शेखावाटी सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में गैंगवार की घटनाओं को रोकने, महिला उत्पीड़न छुआछूत एवं दलित समाज के व्यक्तियों के साथ अत्याचार के मामलों को गंभीरता से लेने तथा फरियादियों की उचित माहौल में सुनवाई करने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने हनुमानगढ़ जिले के पल्लू थाने में आरोपी की मौजूदगी में पुलिस कार्मिको द्वारा होली मनाए जाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए उन सभी पुलिस कार्मिकों कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम