Jaipur News : प्रदेश की दो सीटों पर विधानसभा उपचुनाव(Assembly by-election) उम्मीदवारों को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। कांग्रेस(Congress) ने मंडावा(Mandawa) और खींवसर(Khivansar) दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का रविवार को ऐलान कर दिया है। मंडावा से पूर्व विधायक रीटा चौधरी (Rita Choudhary)और खींवसर से हरेंद्र मिर्धा (Harendra Mirdha) को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवारों के नाम की घोषणा दिल्ली से की गई।
दूसरी तरफ खींवसर सीट को आरएलपी(RLP) को समझौते में दे चुकी भाजपा ने मंडावा में सुशीला सीगड़ा पर दाव खेला है। सीगड़ा कांग्रेस से बागी है। वहीं दूसरी सीट खींवसर पर आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) अपने भाई नारायण बेनीवाल (Narayan Beniwal) को चुनाव में मैदान में भाजपा के साथ गठबंधन कर उतार चुके हैं।
नामांकन का सोमवार को अंतिम दिन होने के कारण सभी प्रत्याशी अपने पर्चे दाखिल करेंगे। खींवसर में कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन दाखिल करवाने उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट (Pradesh Congress President Sachin Pilot)जाएंगे। पायलट वहां आमसभा को भी संबोधित करेंगे। वहीं भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार का पर्चा सांसद हनुमान बेनीवाल और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की मौजूदगी में भरा जाएगा।
मण्डावा में उपचुनाव को लेकर भाजपा ने झुंझुनूं प्रधान सुशीला सीगड़ा (Jhunjhunun Pardhan Sushila Sigda)को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। सुशीला चार बार प्रधान रह चुकी है। रविवार को उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ (Rajendra Rathore)ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में सुशीला को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाकर मण्डावा से उम्मीदवार घोषित किया है। इस दौरान सुशीला ने कहा कि पार्टी ने उन पर जो भरोसा जताया उस पर वे खरी उतरेगी। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से मण्डावा उपचुनाव में जोश के साथ काम करते हुए पार्टी को जीत दिलाने का आह्वïान किया। इसके अलावा जिला परिषद सदस्य इंजी प्यारेलाल ढूकिया सहित दो दर्जन के करीब सरपंचों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। बता दे की विधानसभा चुनाव से ही प्रधान सींगड़ा, जिला परिषद सदस्य इंजी.प्यारेलाल को पार्टी के खिलाफ काम करने पर कांग्रेस ने निष्कासित कर दिया था।
भाजपा एक ही परिवार में दो टिकट नहीं देती:राठौड़
प्रधान सीगड़ा से पहले सांसद नरेन्द्र खींचड़ (MP Narendra Khichad)के पुत्र अतुल खींचड़ (Atul Khichad)का नाम लगभग तय माना जा रहा था,लेकिन वंशवाद के कारण बढ़ते विरोध को देखते हुए पार्टी ने आखिरी समय पर सुशीला का नाम घोषित कर दिया। टिकट मिलने की चर्चा पर राठौड़ ने कहा कि सर्वे में सांसद के बेटे नाम सबसे से ऊपर चल रहा था। पैनल में भी इनका नाम सबसे ऊपर था लेकिन भाजपा एक ही परिवार में दो टिकट नहीं देती है।
सांसद की पहल पर ही प्रधान सुशीला पार्टी में शामिल हुई है और भाजपा से जितने भी उम्मीदवार टिकट की मांग कर रहे थे उन से राय से ही उम्मीदवार बनाया है। बेटे की टिकट कटने पर सांसद ने कहा कि टिकट मांंगना सबका अधिकार है। पार्टी ने भविष्य और मजबूती को देखते हुए ही सीगड़ा को उम्मीदवार बनाया गया है।