जयपुर। प्रदेश में छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई का सूपड़ा साफ होने को लेकर भी सचिन पायलट ने सवाल खड़े किए। सचिन पायलट ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई का प्रदर्शन चिंताजनक है। सरकार के बावजूद एनएसयूआई को सफलता नहीं मिल पाई, उस पर चिंतन करने की जरूरत है कि आखिर ऐसा परिणाम कैसे आया? क्या उम्मीदवार चयन में कमी रही है, या फिर प्रचार में कमी रही है या फिर सरकार की 4 साल की उपलब्धियों को युवाओं तक नहीं पहुंचा पाए।
मीडिया में जो आती खबरें हैं उस पर ज्यादा ध्यान ना दे क्योंकि राजनीति में जो दिखता है वह होता नहीं जो होता है राजनीति में होता वो दिखता है@SachinPilot #Sachinpilot #Rajasthannews #Rajasthanwithdainikreporters pic.twitter.com/Rm3Icbp4vU
— Dainik Reporters (@dainikreporters) August 31, 2022
पायलट ने कहा कि प्रदेश में युवा बड़ा वोट बैंक है और ऐसे में उसे साधने की जरूरत है, इस बारे में एनएसयूआई के साथ-साथ पार्टी नेताओं को भी चिंतन-मनन करना चाहिए। सचिन पायलट ने आज अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कहा कि मैं हूं या कोई ओर, प्रदेश के हर नेता ने आलाकमान के आदेश को माना है और आगे भी आलाकमान के आदेश को मानेंगे।
पायलट ने आज अपने आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 22 सितंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव का नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा और अक्टूबर में पार्टी को नए अध्यक्ष मिल जाएगा। सचिन पायलट ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि राजनीति में जो होता है वो दिखता नहीं और जो दिखता है वो होता नहीं। सचिन पायलट के भी इस बयान के कई सियासी मांगे निकाले जा रहे हैं।
वहीं एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा की ओर से आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की बात का सचिन पायलट ने भी समर्थन करते हुए कहा कि एससी आयोग को संवैधानिक दर्जा मिलना चाहिए। कई राज्यों में आयोग को संवैधानिक दर्जा मिला हुआ है, केवल कानून बनाने से प्रदेश में दलितों पर अत्याचार नहीं रुकेंगे। सरकार को इन मामलों में कार्रवाई करके दिखाना होगा।
सचिन पायलट का यह बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार की ओर से भी एससी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की कवायद शुरू हो गई है और इसकी फाइल जब जल्द ही कैबिनेट की बैठक में भी रखी जाएगी।
प्रदेश के अपराधों को लेकर एनसीआरबी की ओर से जारी आंकड़ों पर भी पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी चिंता जाहिर की है। सचिन पायलट ने कहा कि मैंने भी एनसीआरबी की रिपोर्ट देखी है यह काफी चिंताजनक है, महिलाओं, दलितों, आदिवासियों, बच्चियों के खिलाफ अत्याचार के मामले बढ़े हैं, सरकार को भी इस पर चिंतन करना चाहिए।
इधर जोधपुर जिले के दौरे पर आ रहे केंद्रीय मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर भी सचिन पायलट ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी खुद ईस्टर्न कैनल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा कर चुके हैं और अब अपने उस वादे को निभा नहीं रहे हैं। अमित शाह जोधपुर जिले के दौरे पर आ रहे हैं तो उन्हें ईस्टर्न कैनल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की घोषणा करनी चाहिए, क्योंकि यह 13 जिलों के लोगों से जुड़ा मामला है। भाजपा ने अपने हाथ खींच कर खुद को एक्सपोर्ट कर दिया है उनको यह पता है कि ऐसा करने से कांग्रेस को लाभ होगा इसलिए खुद की बात से मुकर रहे हैं।