जयपुर/ राजस्थान में कांग्रेस सरकार के एक मंत्री ने एक भरे कार्यक्रम के दौरान लोगों की मौजूदगी के बीच जिला कलेक्टर को बाहर निकाल कर ब्यूरोक्रेसी का एक तरह से अपमान किया है इस घटना को राजस्थान में अच्छी खासी चर्चा बनी हुई है।
देश ही नहीं दुनिया में भुजिया के नाम से प्रसिद्ध राजस्थान के बीकानेर में रविंद्र रंग मंच पर राजीविका के तहत संभल संवाद एवं उनकी करण कार्यशाला के दौरान इस कार्यशाला को गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री रमेश चंद मीणा संबोधित कर रहे थे।
इस कार्यक्रम में बीकानेर जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल सहित अन्य अधिकारी और प्रबुद्ध वर्ग व जनमानस उपस्थित था ।इस कार्यक्रम को जब मंत्री रमेश चंद मीणा संबोधित कर रहे थे।
उस दौरान ही उनकी नजर मंच पर बैठे जिला कलेक्टर कलाल पर पड़ी जो फोन पर वार्तालाप कर रहे थे यह देख मंत्री मीणा अपना विवेक खो बैठे और नाराज होकर उन्होंने इस भरे कार्यक्रम में सबके बीच मंच से ही जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल को यह कहते हुए की सरकार और मुख्यमंत्री का निर्देश है।
आप हमारी बात क्यों नहीं सुन रहे हैं क्या ब्यूरोक्रेटस इतना हावी है क्या? आप जाइए और कलेक्टर को बाहर जाने के लिए कह दिया कलेक्टर कलाल मंत्री के यह शब्द पूरे होते ही मंच छोड़कर बाहर निकल गए ।
बताया जाता है कि जिला कलेक्टर प्रसाद का लाल कोई इमरजेंसी फोन कॉल आने पर वह बात कर रहे थे हालांकि बाद में अधिकारियों ने उन्हें फोन कर वापस बुलाया। लेकिन मंत्री द्वारा इस तरह भरे कार्यक्रम के दौरान और सबके बीच में एक आईएएस अधिकारी को इस तरह बाहर निकाल कर ब्यूरोक्रेट्स का अपमान किया इस तरह की चर्चा बीकानेर सहित पूरे राजस्थान में आग की तरह फैल गई।