जयपुर/ राजस्थान सरकार के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा छात्र संगठन के नेताओं के लिए जारी किया गया फरमान को लेकर अब फिर बवाल शुरू हो गया है और इसको लेकर छात्र संगठनों ने इसे तुगलकी फरमान करार देते हुए इसका विरोध शुरू कर दिया है और इस फरमान को वापस लेने की मांग पर अड गए हैं ।
जयपुर के महारानी कॉलेज में हुए छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी के थप्पड़ कांड की घटना के बाद हुए बवाल और राजनीतिक गरमाहट के बाद सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने एक फरमान जारी किया है।
कि अब छात्र नेता को कार्यालय का उद्घाटन करने से पहले क्षेत्रीय विधायक से अनुमति लेनी होगी यह आदेश सभी विश्वविद्यालयों और उससे संबंधित कॉलेजों के लिए यह आदेश लागू होगा।
सरकार के इस आदेश को लेकर छात्र संगठनों ने बवाल शुरू कर दिया है और विरोध पर उतर आए हैं छात्र नेताओं और उनकी राजनीतिक इकाइयों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है पूर्व छात्र नेताओं तथा वर्तमान छात्र नेताओं ने इसे तुगलकी फरमान बताया है।
इस आदेश को लेकर आरएलपी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी विरोध जताया है । बेनीवाल ने इस आदेश के पीछे सरकार का डर बताया है। छात्र संगठनों ने इस आदेश को शीघ्र वापस लेने की मांग की है ।