जयपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से लगातार ईडी की पूछताछ और आर्मी भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदेश कांग्रेस के अधिकांश नेता और कार्यकर्ता दिल्ली कूच कर गए हैं। इसके अलावा गहलोत सरकार के अधिकांश मंत्री और विधायक भी अपने समर्थकों के साथ देर रात दिल्ली पहुंचे, जहां आज ईडी और अग्निपथ स्कीम के विरोध में जंतर-मंतर पर ल रहे धरने प्रदर्शन में शामिल हुए।
इसके अलावा बोर्ड-निगमों के चेयरमैन भी अपने समर्थकों के साथ दिल्ली पहुंचे हैं। दरअसल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की आज भी ईडी के सामने पेशी है, जिसके विरोध में आज दिल्ली के जंतर मंतर पर बड़ा आंदोलन चल रहा है। जंतर मंतर पर प्रदर्शन के बाद कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल ईडी और अग्निपथ स्कीम के विरोध में राष्ट्रपति को ज्ञापन देगा।
गहलोत-डोटासरा शाम को पहुंचे थे दिल्ली
इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा चार्टर प्लेन से रविवार शाम 6:30 बजे दिल्ली पहुंचे थे, जहां आज कांग्रेस के तमाम मंत्री-विधायकों, पार्टी कार्यकर्ता, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में जंतर मंतर के प्रदर्शन में शामिल हुए। जंतर-मंतर पर चल रहे प्रदर्शन में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी शामिल हुए।
मंत्रिपरिषद की बैठक में दिए थे दिल्ली जाने के निर्देश
शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में जहां केंद्र की अग्निपथ स्कीम के विरोध में प्रस्ताव पास किया गया था तो वहीं तमाम मंत्रियों को भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में रविवार देर रात तक अपने समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली पहुंचने के निर्देश दिए थे।
3 जिलों को मिला था 2000 कार्यकर्ताओं को दिल्ली ले जाने का टारगेट
दिल्ली में आज होने वाले प्रदर्शन के लिए प्रदेश कांग्रेस की ओर से जयपुर-दौसा और अलवर जिले से आने वाले मंत्री-विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों को 2000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली ले जाने टारगेट दिया गया था।
अलवर जिले से आने वाले कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली और शकुंतला रावत सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली पहुंचे हैं तो वहीं दौसा से मुरारी लाल मीणा और परसादी लाल मीणा भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली पहुंचे हैं।
जयपुर शहर से कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सैकड़ों समर्थकों के साथ दिल्ली पहुंचे हैं तो वहीं मंत्री महेश जोशी पारिवारिक कारणों के चलते दिल्ली नहीं पहुंचे लेकिन उन्होंने अपने क्षेत्र के पार्षदों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली भेजा है। इसके अलावा इन तीन जिलों से आने वाले कांग्रेस विधायक भी अपने समर्थकों के साथ दिल्ली पहुंचे हैं।