जयपुर/ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आज जयपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के चेयरमैन राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त को दो दलालों सहित 18.50 लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया ।
राजस्थान में यह पहला मौका है जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सत्ता पक्ष पार्टी के किसी वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री को इतनी बड़ी रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार किया है 183 राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भर्ती प्रतियोगी परीक्षा में पास कराने के एवज में मांगी गई थी ।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की सीकर इकाई को शिकायत मिली कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित अधिशासी अधिकारी (ईओ) भर्ती परीक्षा में पास करवाने तथा ओएमआर शीट बदलवाने के नाम पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व अध्यक्ष राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड राज्य मंत्री का प्राप्त दर्जा गोपाल के सावत और उसके दलाल अनिल कुमार धीरेंद्र तथा ब्रह्म प्रकाश रविंद्र शर्मा 4000000 रुपए की मांग कर रहे हैं।
इस शिकायत का सत्यापन जयपुर के उपमहानिरीक्षक कालूराम रावत के सुपरविजन में सीकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की इकाई के उप अधीक्षक राजेश जांगिड़ के नेतृत्व में आरोपियों द्वारा ₹2500000 की रिश्वत का सत्यापन कराया गया ।
सत्यापन सही पाए जाने पर आज कार्रवाई करते हुए सीकर में अनिल कुमार नरेंद्र पुत्र सत्यनारायण निवासी हनुमानगढ़ टाउन एवं ब्रह्म प्रकाश पुत्र देवदत्त शर्मा निवासी दिल्ली को परिवादी से 18.50 लाख रुपए रिश्वत राशि लेते हुए ।
रंगे हाथों गिरफ्तार किया कार्यवाही को गोपनीय रखा जाकर इसी दिन देर रात को सीकर में रविंद्र शर्मा पुत्र बलराम निवासी टिब्बी हनुमानगढ़ को 7.50 लाख राशि रिश्वत लेते गिरफ्तार किया और इन लोगों से पूछताछ के दौरान किसी दिन जयपुर में कार्रवाई करते हुए।
पूर्व राज्य मंत्री प्राप्त दर्जा राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के चेयरमैन गोपाल के सावत पुत्र हरचंदा के सावत निवासी कुम्भा मार्ग को परिवादी से 7.50 लाख रांची रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया ।
अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत परदेसी ने बताया कि आरोपियों से पीसीबी के महा निरीक्षक सवाई सिंह गोदारा के नेतृत्व उन निर्देशन में पूछताछ की जा रही है और अभी तक की की गई पूछताछ में आरपीएससी के किसी सदस्य अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता सामने नहीं आई है लेकिन फिलहाल आरोपी से और भी गेंद आज पूछ कि जाकर उनके ठिकानों पर कार्यवाही की जा रही है।