कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी पत्रकारों के सवालों पर उखड गए और प्रेस वार्ता छोडकर गए

किसानों की आत्महत्या पर घिरे कृषि मंत्री

 पिछले 5 वर्ष में कोटा बांरा में हुई 152 आत्महत्याएं

जयपुर । राजस्थान में किसानों को फसल का लागत मूल्य नहीं मिल पाने पर हो रही आत्महत्याओं को कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने नकार दिया है। मंगलवार को भाजपा मुख्यालय  पर आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि अब तक सिर्फ तीन किसानों ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की है। इस मामले में कांग्रेस राजनीति कर रही है। उनका कहना था कि कांग्रेस राज में कोटा और बांरा में 152 लोगों ने आत्महत्या की है और राजस्थान ऐसा प्रदेश है जहां हर व्यक्ति कृषि से जुडा हुआ है। इस दौरान वे कांग्रेस शासन के दौरान कर्ज से आत्महत्या के मामले पर सवालों से घिर गए।

सैनी ने आरोप लगाया कि हाडौती में हुई आत्महत्याओं पर कांग्रेस राजनीति तो कर रही है किन्तु उन्होंने मृतक के परिवारों को कितनी सहायता दी है इसके लिए श्वेतपत्र जारी करना चाहिए। इसके लिए कांग्रेस नेताओ को उन्होंने खुली बहस की चुनौती भी दी। इस दौरान पूछे गए सवालों पर सैनी उखड गए और प्रेस वार्ता छोडकर जाने को तैयार हो गए। हालांकि बाद में पत्रकारों की मांग पर वे वापस आ गए।

इससे पूर्व कृषि मंत्री ने कांग्रेस की ओर से पेयजल की मांग को लेकर किए जा रहे मटका फोड प्रदर्शन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि राजस्थान में पानी की कमी है फिर भी सरकार पेयजल के लिए बेहतर कार्य कर रही है और 22 शहरों को बीसलपुर पेयजल योजना से जोडा गया है। इसके अलावा राज्य में नदियों को जोडने की योजना पर भी कार्य किया जा रहा है। पेयजल के लिए केन्द्र से विशेष पैकेज के सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए प्रयत्न कर रही है।