नवीन वैष्णव अजमेर
अजमेर । राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लग चुकी है लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के सिर से अभी भी सत्ता का नशा नहीं उतर रहा है। अजमेर के दशहरा उत्सव में जिला कलक्टर ने शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी को राजगढ़ भैरवधाम के उपासक को माला पहनाने से रोका और मंच से भी उतार दिया। इसको लेकर नगर निगम के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने विरोध किया और एडीएम सिटी अशोक योगी से भी भिड़ गए। आचार संहिता के चलते दशहरा उत्सव जिला प्रशासन की ओर से आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी मंच पर चढ़कर राजगढ़ भैरव धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज को माला पहनाने लगे। इसका जिला कलक्टर आरती डोगरा ने विरोध जताया और माला पहनाने से भी रोक दिया। डोगरा ने उन्हें चुनाव की आदर्श आचार संहिता याद दिलवाकर सरकारी कार्यक्रम होने की बात कहते हुए उन्हें मंच से उतरने को कहा। इस पर देवनानी ने कलक्टर से कहा कि लिखित में दें कि क्या करना है और क्या नहीं करना है?
वहीं यह नजारा देखकर नगर निगम के महापौर उग्र हो गए। उन्होंने कहा कि यह तरीका सही नहीं है और एडीएम सिटी अशोक कुमार योगी से उलझने लगे। एडीएम सिटी योगी ने भी उन्हें बराबर जवाब दिया। गहलोत ने जब कहा कि क्या खाना भी नहीं खाने दोगे तो योगी ने भी कह दिया कि घर जाकर खाईए खाना। बाद में जिला कलक्टर आरती डोगरा ने हस्तक्षेप करके देवनानी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को मंच से नीचे उतारा और मामला शांत करवाया।
गहलोत को नोटिस
निर्वाचन विभाग ने महापौर धर्मेन्द्र गहलोत को आचार संहिता का उल्लंघन करने का नोटिस जारी किया है। जिला कलक्टर आरती डोगरा ने कहा कि गहलोत ने राजगढ़ भैरवधाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज को माला पहनाकर सार्वजनिक स्थल पर आचार संहिता का उल्लंघन किया है। वहीं देवनानी को आगाह करने के बाद उन्होंने माला नहीं पहनाई।