जयपुर।(शिवशंकर छीपा)।महामंथन में झुंझुनूं के पिलानी से विधायक सुंदरलाल ने राजनीति से संन्यास की घोषणा करते हुए कहा के वे 86 साल के हो गए हैं, लिहाजा चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन उन्होंने अपने पुत्र कैलाश के लिए टिकट मांगी तो विरोधी धड़े ने रायशुमारी में ही पर्चें बंटवा दिए और कहा कि बेटे को उम्मीदवार बनाया तो पार्टी 50 हजार वोटों से हारेगी। वहीं नागौर के डेगाना से सिर्फ मंत्री अजय किलक का नाम ही आया। दूसरे नेताओं ने वहां दावेदारी नहीं जताई। पदाधिकारियों ने वी. सतीश के सामने सर्वसम्मति से किलक का नाम रखा।
इससे डेगाना से किलक का टिकट तय माना जा रहा है।रायशुमारी में सीएम वसुंधरा राजे ने कहा हमारी योजनाएं कांग्रेस को भी अच्छी लगने लगी है। कांग्रेस के बड़े नेता कह रहे हैं सरकार बनने पर वो बीजेपी की योजनाओं को चालू रखेंगे। राजे ने दावा किया कि बीजेपी की सरकार ही आएगी और हम ही हमारी योजनाएं चलाएंगे। कार्यकर्ता मिल बैठकर आपस के झगड़े खत्म करे। लाइक-डिसलाइक से ऊपर उठें।
रायशुमारी में प्रवेश को लेकर एक बार धक्का मुक्की भी हुई। प्रवेश नहीं देने पर झुंझुनूं के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया।
कईयों ने प्रवेश पत्र फाड़कर गुस्सा निकाला। बाद में बड़े नेताओं ने बीच बचाव कर मामले को शांत किया। रायशुमारी बैठक में रविवार को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी ने पार्टी का टिकट मांग रहे उम्मीदवारों को चुनावों का गुर सिखाते हुए कहा कि हम कोई सरकार या एमएलए बनाने का काम नहीं कर रहे हैं।