जयपुर।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नए नेतृत्व की संभावना तलाश रहा भाजपा नेतृत्व 2019 लोकसभा चुनाव तक तीनों निवर्तमान मुख्यमंत्रियों शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और वसुंधरा राजे को लोकसभा चुनावों के बाद ही केन्द्रीय राजनीति के लिए दिल्ली बुलाएगा।
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि ये तीनों ही नेता अपने-अपने राज्यों के बाहर भी खासे लोकप्रिय हैं लेकिन अभी इन नेताओं को केन्द्र की राजनीति में सक्रिय किए जाने की कोई योजना नहीं है। अकेले शिवराज सिंह ऐसे हैं जिन्हें पार्टी मध्य प्रदेश के बाहर भी उपयोग करने के बारे में सोच रही है पार्टी उनका उपयोग देश में ओबीसी मतदाताओं को लुभाने के लिए करना चाहती है शिवराज सिंह आने वाले दिनों में बिहार की राजधानी पटना में एक ओबीसी रैली को संबोधित करने वाले हैं।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि वसुंधरा राजे व रमन सिंह का उनके राज्यों में ज्यादा उपयोग है विधानसभा चुनाव के परिणाम व राज्य में कांग्रेस की नई सरकार बनने के बाद वसुंधरा राजे ने जनसम्पर्क कार्यक्रम शुरू किया है, वसुंधरा राजे अपने इस कार्यक्रम के क्रम में चुरू के भींचरी गांव गई थी और वीर जवान शहीद किशन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की थी, हाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा का सबसे खराब प्रदर्शन छत्तीसगढ़ में रहा जहां रमण सिंह के नेतृत्व में 15 सालों से उसकी सरकार थी,
छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी है बघेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और वे ओबीसी समुदाय से आते हैं ऐसे में भाजपा नेतृत्व राज्य में ओबीसी समुदाय से किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंप सकता है।
सिंह ने अपने ट्वीट में मुलाकातों का जिक्र करते हुए कहा है, ‘केन्द्रीय राज्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य मुलाकात हुई।