जयपुर। कांग्रेस में प्रत्याशियों की सूची जारी होने के साथ बगावत हो गई। दावेदारों को टिकट नहीं मिला वे खुलकर विरोध में आ गए और शुक्रवार को यहां पीसीसी के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कोटा दक्षिण से राखी गौतम को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में घुसकर जमकर हंगामा और तोडफ़ोड़ की।
शाहपुरा सीट से मनीष यादव को टिकट देने और आलोक बेनीवाल का टिकट काटने का विरोध किया गया। समर्थक आलोक के निवास पर पहुंचे उनसे चर्चा के बाद वे निर्दलीय चुनाव लडऩे की तैयारी में जुट गए। बीकानेर शहर में पूर्व और पश्चिम दोनों सीटों पर प्रत्याशियों का भारी विरोध हो रहा है।
कई जगह दावेदारों ने निर्दलीय चुनाव लडऩे की भी घोषणा कर दी है। वहीं कई स्थानों पर टिकट से वंचित दावेदार अपने समर्थकों के साथ रणनीति बनाने में जुटे हैं। अजमेर की मसूदा सीट पर प्रत्याशी राकेश पारीक के विरोध में पूर्व विधायक ब्रह्मदेव कुमावत ने ताल ठोक दी है।
जयपुर में किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने से नाराज पीसीसी महासचिव पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल ने पद से इस्तीफ ा दे दिया।
बाड़मेर में कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के जोधपुर समन्वयक गोपाराम मेघवाल ने इस्तीफा दिया। साथ ही सिरोही से संयम लोढ़ा का टिकट कटने के बाद अब तक करीब 20 से ज्यादा कांग्रेस पदाधिकारियों के इस्तीफे पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट को मेल किए जाने की खबर है।
बीकानेर जिले की सात सीटों में से बीकानेर पूर्व विधानसभा सीट हॉट हो गई है। यहां कांग्रेस ने नोखा के कन्हैयालाल झंवर को मैदान में उतारा है। वे नोखा में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के सामने निर्दलीय चुनाव लडऩा चाहते थे।
ऐनवक्त पर कांग्रेस ने उन्हें टिकट देकर पूर्व सीट से उतार दिया। यहां पिछले कुछ सालों से अपनी जमीन तैयार कर रहे गोपाल गहलोत को पार्टी ने टिकट नहीं दिया, इससे अब वह बगावत पर उतर आए हैं। गहलोत ने वरिष्ट पत्रकार को बताया कि पार्टी ने उनका टिकट काट दिया, लेकिन यहां पर बाहरी उम्मीदवार को उतारकर क्षेत्र के मतदाताओं के साथ न्याय नहीं किया है। इसलिए वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। गहलोत ने कहा कि वे पूर्व और पश्चिम दोनों सीटों से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।