Tonk news (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक जिले में बजरी खनन रुकने का नाम नही ले रहा है, बजरी माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि पुलिस की नाक के नीचे से खनन करने से बाज़ नही आ रहे है। सुप्रीमकोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाते बजरी खननकर्ता खुलेआम बजरी का दोहन कर रहे है। हालात तो ये है कि टोंक के दो दो थाना क्षेत्रों के बीच मे से बजरी दोहन हो रहा है। पीपलू व बरौनी थाना क्षेत्र से दर्जनों ट्रैक्टरों ट्रॉलियों निकल रही है। लेकिन एसआईटी व पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
यहाँ से निकल रहे है बजरी वाहन
गहलोत नदी घाट से खेतोलिया ग्राम होते हुए डारडा तुर्की व बागड़ी ग्राम से रोज़ाना 40 से 45 ट्रेक्टरर ट्रॉलियों निकलती देखी जा सकती है। बनास नदी के इन रास्तों से खुलेआम बजरी का परिवहन हो रहा है। जिसके चलते यहाँ के रास्ते खराब हो चुके है।
सुबह 3 बजे से रात के 10 बजे तक ट्रेक्टर ट्रॉलियों में बजरी भर कर जा रही है। बजरी वहनो के आगे और पीछे रेकी करते हुए खनन कर्ताओं के सहयोगी भी साथ चलते है। इन बजरी वाहनों के चलते किसानों की खेत की मेढे व रास्ते जर्जर हो रहे है।
बावजूद इसके दो दो थाना क्षेत्रों की पुलिस इस बजरी खनन को रोकने में असफल ही साबित हो रही है। हालांकि एसआईटी व पुलिस कुछ बजरी वाहनों को पकड़ कर अपनी पीठ थपथपाती है, लेकिन सच्चाई ये है कि रोज़ाना उक्त रास्तों से सुबह से शाम तक बजरी खनन हो रहा है।