हनुमानगढ़
भाजपा सरकार के समय में हनुमानगढ़ गौरव यात्रा के दौरान जंक्शन से टाउन जा रहे सीएम के काफिले को छात्रों ने काले झंडे दिखाए थे. छात्र नेताओं से पुलिस हिरासत में पिटाई मामले में राजस्थान हाइकोर्ट, जोधपुर ने जिला पुलिस से जवाब मांगा है।
9 सितम्बर को छात्र नेताओं से पिटाई और गाली-गलौच को लेकर तत्कालीन एसपी, टाउन थाना प्रभारी और हैड कांस्टेबल से जवाब मांगा गया है. इस संबंध में 9सितम्बर 2018 को एसीजेएम कोर्ट हनुमानगढ़ के समक्ष एसपी, सीआई व ह कांस्टेबल के खिलाफ इस्तगासा पेश किया गया था
इसमें अप्रार्थी के लोकसेवक होने के बावजूद कर्तव्य का पालन नहीं करने तथा हिरासत में मारपीट और गाली-गलौच करने का आरोप लगाया गया था. न्यायालय के आदेश पर हिरासत में लिए गए छात्रों का मेडिकल मुआयना कराया गया. इसमें छात्रों के शरीर पर लाठियों की चोटों के कई निशान आए. राजकीय एनएम पीजी कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रोहित स्वामी की तरफ से अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष परिवाद में बताया कि प्रार्थी पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष तथा राजनीतिक दल से संबंध रखता है. उसके साथ अन्य छात्र नेता नासिर खान (तत्कालीन एसएफआई जिलाध्यक्ष), शिवकुमार, तरणदीप मान, नदीम खान आदि भी थे
हिसारिया अस्पताल के पास सरकार की नीतियों का विरोध करने के लिए काफिले को काले झंडे दिखाने का प्रयास कर रहे थे. इस दौरान टाउन थाने के पुलिसकर्मियों व एसटीएफ जवानों ने उनको जबरन पकड़ लिया तथा लाठियों से जमकर पीटा आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनको जीप में लाते समय से लेकर थाने ले जाकर भी पीटा.