जयपुर/ राजस्थान में सरकार ने शराब प्रेमियों को एक सपना दिखाकर जोर का झटका धीरे से देते हुए शराब की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है श्राद्ध के साथ ही बीयर की दरों में वृद्धि की गई है इस साल 1,000 से अधिक शराब के ठेके अभी भी नया ठेका नहीं होने से बंद पड़े हैं ।
राजस्थान में सरकार के दिशा निर्देश पर आबकारी विभाग ने भारत में बनने वाली अंग्रेजी शराब पर लगने वाली 30% अतिरिक्त आबकारी ड्यूटी को हटाने का फैसला किया था और इस फैसले से शराब प्रेमियों को उम्मीद थी कि करीब ₹10 से लेकर ₹15 तक शराब सस्ती होगी।
लेकिन इसका फायदा शराब प्रेमियों को मिल पाता इससे पहले ही सरकार ने अंग्रेजी शराब और बीयर की दरों में बढ़ोतरी कर दी है।
राजस्थान में हर साल शराब के नए ठेके या रिमूवल 1 अप्रैल को होता है और प्रदेश में करीब साडे 7000 से अधिक शराब के ठेके हैं इस बार नए वित्तीय वर्ष में 7665 शराब की दुकानों तथा ठीक को के नवीनीकरण और नीलामी के लिए रखा था लेकिन इनमें से आज तक भी दरें अधिक होने के कारण 1000 से अधिक ठेके नहीं हो पाए है।
आबकारी नियमों के तहत राजस्थान में शराब की विक्रय दर एमआरपी आबकारी विभाग निर्धारित करता है और हर साल शराब के ब्रांड के अनुसार दर सूची जारी की जाती है जो सभी ठेकेदार को अपनी दुकान के बाहर चश्मा करनी पड़ती है और उसी दर से शराब की बिक्री किए जाने के दिशा निर्देश जारी होते हैं।
इस बार आबकारी विभाग ने जो रेट लिस्ट अर्थात बिक्री दर सूची जारी की है उसमें शराब की अधिकतम विक्रम मूल्य में ₹10 से लेकर ₹60 तक की वृद्धि की है यह प्रदीप जिसकी और स्कोच पर अलग-अलग बढ़ाई गई है सरकार ने ईडीपी अर्थात एक्स डिस्टलरी प्राइस भी प्रति कार्टून ₹40 बढ़ा दिए हैं।
इसके कारण कंपनियों ने बीयर की कीमतों को भी ₹10 से लेकर ₹15 तक बढ़ा दिया है जो बीयर बाजार में पिछले माह तक ₹140 मिलती थी और ढेर सौ रुपए में बेची जा रही है ।