Bhilwara News / Dainik reporter (मूलचन्द पेसवानी)- भीलवाड़ा के मातृ एवं शिशु चिकित्सालय (Maternal and child hospital) में सोमवार को दुष्कर्म की शिकार एक किशोरी ने एक बालिका को जन्म दिया है। प्रसव के बाद दुष्कर्म की शिकार किशोरी ने बाल कल्याण समिति अध्यक्ष के समक्ष किया है। किशोरी के बयान के आधार पर दुष्कर्म के आरोपी के खिलाफ भीलवाड़ा में बिना नंबर की एफआईआर दर्ज कर संबंधित थाने में भेजी जायेगी। इसके साथ ही किशोरी के परिजनों को भी भीलवाड़ा बुलवाया गया है।
सोमवार को 15 साल की एक किशोरी को पेटदर्द की शिकायत पर चिकित्सालय में भर्ती किया गया था। यहां सोनाग्राफी कराने से पूर्व ही किशोरी ने बालिका को जन्म दिया।
पीडिता, जयपुर जिले की है, जिसने आज यहां मातृ एवं शिशू चिकित्सालय में बच्ची को जन्म देने के बाद अपने साथ हुई दुष्कर्म की घटना का खुलासा बाल कल्याण समिति अध्यक्ष के सामने किया।
समिति अब दुष्कर्मी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के लिये यहां से जीरो नंबरी एफआईआर जयपुर पुलिस को भिजवायेगी। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष डॉ. सुमन त्रिवेदी ने बताया कि 15 साल की यह किशोरी मूल रूप से जयपुर जिले की रहने वाली है। करीब एक महीने पहले यह किशोरी भीलवाड़ा के प्रताप नगर थाना इलाके की एक कॉलोनी में रहने वाली अपनी बहन के पास आई थी। सोमवार सुबह इस किशोरी को पेट दर्द की शिकायत हुई। इसके बाद किशोरी को उसकी बहन जिला अस्पताल ले गई, जहां उसे एक डॉक्टर्र को दिखाया, लेकिन डॉक्टर कुछ समझ नहीं पाया और उसे दवा लिख दी। इसके बाद किशोरी ने अपनी बहन से कहा कि वह गर्भवती है।
इसके बाद उसे स्त्रीरोग विशेषज्ञ को दिखाया गया, जहां चेकअप के बाद उसे मातृ एवं शिशू चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। जहां इस किशोरी ने बच्ची को जन्म दिया। समिति अध्यक्ष ने अस्पताल पहुंच कर पीडिता से बात की तो उसने कहा कि उसे गांव के ही एक युवक ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया था। इसी के चलते वह गर्भवती हो गई थी। समिति अध्यक्ष के अनुसार पीडिता ने आज से पहले परिवार में किसी को उक्त घटना के बारे में नहीं बताया।
अब पीडिता के साथ दुष्कर्म करने वाले के खिलाफ यहां से जीरो नंबरी एफआईआर जयपुर पुलिस को भेजी जायेगी। इससे पहले पीडिता के माता-पिता को बुलाया गया, उनके आने के बाद ही और जानकारी सामने आ पायेगी।