Bhilwara News (मूलचन्द पेसवानी ) – भीलवाड़ा में भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो (Bhilwara ACB) की टीम ने रविवार को बडी कार्यवाही करते हुए प्रतापनगर थाना प्रभारी के नाम पर एक लाख रू की रिश्वत लेते गिरफ्तार दीवान(Dewan) व सिपाही (constable) को रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया। यह कार्यवाही उस समय हुई जब प्रदेश के डीजीपी भूपेंद्र यादव भीलवाड़ा में क्राइम बैठक ले रहे थे।
एसीबी के एएसपी बृजराजसिंह चारण ने बताया कि एडवोकेट नवीन टांक ने 14 दिसंबर को एक शिकायत की कि टोंक जिले के मालपुरा निवासी शरीफ खान के खिलाफ प्रतापनगर थाने मे मुकदमा संख्या 380 चिटफंड धोखाधडी के मामले मे बचाने के एवज मे शरीफ खान के मित्र नवीन टांक निवासी मालपुरा से प्रतापनगर थाने के दीवान सहीराम और सिपाही ओमप्रकाश चैधरी ने बातचीत करते हुए कहा की प्रतापनगर थाना के सीआई चेनाराम को 3 लाख रूपये देने पडेंगे। मित्र शरीफ को बेवजह जयपुर से लाकर थाने में बैठा रखा है और तीन लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। इसकी शिकायत टांक ने एसीबी मे की और इसका सत्यापन शनिवार को हुआ।
इस दौरान कल दीवान व सिपाही ने 2 लाख रूपये ले लिए तथा शेष राशि 1 लाख रूपये आज लेने थे। एसीबी की योजनानुसार टांक ने कांस्टेबल ओम चैधरी पुत्र रिछपाल जाट को 1 लाख रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथो होटल रेडियंस से गिरफ्तार किया तथा सह आरोपी सहीराम को प्रतापनगर थाने से गिरफ्तार कर लिया। एसीबी के एएसपी सौभाग्य सिह के नेतृत्व मे सीआई शिव प्रकाश ने यह कार्यवाही की। एएसपी सिंह ने बाद में सहीराम व सिपाही ओम चैधरी के घर की तलाशी ली पर वहां कुछ नहीं मिला।
शरीफ खान के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले की जांच स्वंय प्रतापनगर थाना प्रभारी चेनाराम चैधरी कर रहे थे। इस मामले मे जांच मे संभवतया एसीबी सीआई चेनाराम को भी बना आरोपी सकती है। यह जांच मे स्पष्ट होगा लेकिन दोनो आरोपियों के बयानों से तो सीआई चेनाराम संदेह के दायरे मे है।