दौसा कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट में की अनूठी पहल, अनूठा बैंक खोला जिसमें नहीं पड़ती पासबुक और आईडी की जरूरत

Firoz Usmani
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Dausa News – जब भी आप किसी बैंक में जाते है तो अपने साथ चैकबुक, पासबुक, आधार कार्ड और भी न जाने क्या-क्या दस्तावेज ले जाते है तब जाकर बैंक में कहीं लेन-देन कर पाते है। लेकिन जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने मंगलवार को दौसा कलेक्ट्रेट में एक ऐसा बैंक खोला है जिसमें न चैक बुक की जरूरत है और न ही पासबुक की। आधार कार्ड की भी इस बैंक में कोई जरूरत नहीं है, और तो और इसमें आने वाले व्यक्ति का सत्यापन तक भी नहीं किया जाएगा और वह आसानी से इस बैंक में लेने देन कर पाएगा। जिला कलेक्टर ने इस बैंक का नाम दिया है परवाह। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक प्रहलाद सिंह, एडीएम लोकेश मीणा सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।


इन दिनों समूचे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। दौसा जिला भी इससे अछूता नहीं है। ऐसे में जिले में कोईसर्दी से न मरे इसके लिए जिला कलेक्टर  ने अभिनव प्रयोग करते हुए एक कपड़ों का बैंक खोला है। इस बैंक में कोई भी व्यक्ति आकर नए पुरानी, ऊनी वस्त्र जैसे कम्बल, कोट, जर्सियां, आदि जमा करा सकता है और वहां से ले भी सकता है।

जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले में सर्दी का एक भी व्यक्ति शिकार न हो इसके लिए हमने गर्म कपड़ों का बैंक खोला है। जिसमें कोई भी जरूरतमन्द व्यक्ति आकर कपड़े ले जा सकता है। उसकी आर्थिक सामाजिक पृष्ठ भूमि चाहे कैसी भी हो। इसके लिए हम सुरक्षा का ध्यान रखेंगे और कोई बगैर अनुमति या सूचना के गलत हरकत न करे।

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Firoz Usmani Tonk : परिचय- पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्षो से संवाददाता के रूप में कार्यरत हुंॅ, 9 साल से राजस्थान पत्रिका ग्रुप के सांयकालीन संस्करण (न्यूज़ टुडे) में जिला संवाददाता के रूप से कार्य कर रहा हंू। राजस्थान पत्रिका न्यूज़ चैनल में भी अपनी सेवाएं देता रहा हूं। एवन न्यूज चैनल में भी संवाददाता के रूप में कार्य किया है। अपने पिता स्व. श्री मुश्ताक उस्मानी के सानिध्य में पत्रकारिता की क्षीणता के गुण सीखें। मेरे पिता स्व.श्री मुश्ताक उस्मानी ने भी 40 वर्षो तक पत्रकारिता के क्षैत्र में कार्य किया है। देश के कई बड़े न्यूज़ पेपर से जुड़े रहे। 10 वर्ष दैनिक भास्कर में ब्यूरों चीफ रहें।