टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक में कांग्रेस नेताओं की गुटबाज़ी अब खुलकर सड़कों पर आ गई है,ये तेरा नेता’ ‘ये मेरा नेता’ करते हुए कांग्रेस नेता आपस मे ही एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए है, ऐसा ही नजारा टोंक कांग्रेस पार्टी में भी देखने को मिल रहा है।देर रात टोंक प्रधान पति हँसराज फागणा और कांग्रेस नेता सुनील बंसल आमने सामने हो गए।
फागणा का आरोप है कि बंसल ग्रुप ने उनके सरकारी निवास पर पहुँच कर हमला बोल दिया,यहां तोड़फोड़ कर उन्हें धमकाया।वहीँ दूसरी और सुनील बंसल का आरोप है कि प्रधान पति ने उन्हें फोन पर गंदी गंदी गालियां देखर धमकाया।पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो सिटी सीओ सालेह मोहम्मद कोतवाली थाना प्रभारी मय जाब्ते के मौके पर पहुँचे।
जब जाकर पूरा मामला शांत हुआ।एहतियातन शहर के मुख्य चौराहों पर पुलिस का भारी जाब्ता रातभर तैनाती करता दिखाई दिया।दरअसल कुछ दिन पूर्व भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला था।पूर्व डिप्टी सीएम और टोंक विधायक सचिन पायलट सर्किट हाउस में जनसुनवाई कर रहे थे।तब अचानक पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष रामसिंह मुकुल और टोंक प्रधान पति हँसराज फागणा में मारपीट की नोबत आ गई थी।

वहां मौजूद लोगों ने बड़ी मुश्किल से दोनों को अलग किया था,उसके बाद ये दूसरी राजनीतिक घटनाक्रम को होना बताता है कि टोंक कांग्रेस में सब कुछ सही नही है।आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए घातक साबित हो सकता है।नेताओं में जब महत्त्वाकांक्षा बढ़ती है तो वो दिखाई भी देती है।
दोनो नेताओं की तरफ़ से पुलिस मामले की रिर्पोट दी है

हालांकि ये दायरा केवल राजनीति द्वेष तक ही रहता है,लेकिन जब ये आपसी दुश्मनी में बदलने लगे तब ये बड़ा दुःखद होता है।टोंक कांग्रेस पार्टी में भी फिलहाल ये हालात बनते जा रहे है।