जाग्रत महिला संगठन का प्रयास से हुआ
Baran News (फ़िरोज़ खान)। छिपोल गांव के सहरिया परिवार लम्बे समय से नदी का पानी पीने को मजबूर थे। गांव में लगे हैंडपंप खराब होने व खारा पानी होने के कारण इन परिवारों को शुद्ध पानी नही मिल रहा था। यह गांव शाहबाद ब्लॉक में है ।
रानी बाई, भवँरकली, विमला, सविदा बाई ने बताया कि गांव में 2 हैंडपंप लगे हुए है । दोनों ही खराब पड़े हुए थे। इस कारण गांव में पीने का पानी नही है । इन्होंने बताया कि पास में होकर नदी निकल रही है । उसी नदी में झिरी खोद रखी है ।
उससे से ही पानी लाकर प्यास बुझा रहे थे। नदी में गंदा पानी आ जाने के कारण इसी पानी को पीना पड़ता है । महिलाएं व बच्चे नदी में अपनी जान जोखिम में डालकर पानी मे होकर उस झिरी तक पहुंचते है उसके बाद उसमें से पानी भरकर गांव में घरो तक लाते है ।
सहरिया समुदाय के लोगो ने बताया कि कई बार ग्राम पंचायत को अवगत कराने के बाद भी पीने के पानी की व्यवस्था नही की गई थी । जाग्रत महिला संगठन की शकुंतला बाई व भगवान दे तथा मोहनी बाई, बैजंती बाई, फूलवती बाई ने बताया कि पिछले दिनों हमने इस गांव में सहरिया समुदाय के साथ बैठक की थी । जिसमें महिलाएं भी उपस्थित थी ।
उन्होंने बताया कि पूरी सर्दी निकल गयी मगर इस गांव में अभी तक भी पीने के पानी की व्यवस्था नही हुई थी । इस सम्बंध में संगठन की महिलाओं ने ग्राम पंचायत सरपंच व विकास अधिकारी को अवगत करवाकर एक नयी टयूबवेल लगवाने की मांग रखी थी ।
जिस पर विकास अधिकारी छुट्टनलाल मीणा ने कहा था कि नयी ट्यूबवेल का प्रस्ताव बनवाकर ग्राम पंचायत से मंगवा लिया । उसके बाद उन्होंने स्वीकृति जारी कर दी थी । ग्राम पंचायत द्वारा इस गांव में नयी ट्यूबवेल लगाकर लोगो के लिए पानी की व्यवस्था कर दी है । इससे लोगो को पीने पानी मिलने लगा है ।