प्रदेश भाजपा में सदस्यता अभियान के बाद सितम्बर से संगठन के चुनावों की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके पहले चरण में बूथ स्तर के सक्रिय कार्यकर्ता मंडल के पदाधिकारियों को निर्वाचन करेंगे। निर्वाचन प्रक्रिया के तहत दिसम्बर में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। माना जा रहा है कि चुनावों से पहले पार्टी आलाकमान पार्टी के नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ती करेगा तथा संगठन के चुनावों में प्रक्रिया पूरी करवाकर निर्वाचित अध्यक्ष बनाया जाएगा।
संगठन के चुनावों में सबसे पहले बूथ स्तर के पदाधिकारी व सक्रिय सदस्य मिलकर मंडल स्तर के पदाधिकारियों का निर्वाचन करेंगे। ये पदाधिकारी तय कार्यक्रम के अनुसार मंडल अध्यक्ष का चुनाव करेंगे तथा चुनावों के अगले चरण में मंडल अध्यक्ष और जिले के पदाधिकारी मिलकर जिलाध्यक्ष का निर्वाचन करेंगे। जिलाध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रदेशाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू होगी। इसमें प्रदेश पदाधिकारी और जिलाध्यक्ष मिलकर प्रदेशाध्यक्ष का निर्वाचन करेंगे। सितम्बर से शुरू होने वाली यह प्रक्रिया दिसम्बर तक पूरा होने की संभावना है।
पार्टी में अब तक रही परम्परा के अनुसार संगठन की ओर से नियुक्त पदाधिकारियों का ही प्रक्रिया से निर्वाचन किया जाता रहा है। इसमें किसी भी पद के लिए एक से अधिक दावेदार नहीं होते हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि पार्टी विधान के अनुसार पहले से ही पद पर बने पदाधिकारी का निर्वाचन प्रक्रिया से चयन किया जाता रहा है। ऐसे में निर्वाचन की प्रक्रिया को औपचारिक बनाने के लिए अन्य पदाधिकारी चुनावी मैदान में नहीं उतरते।