बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर और चूरू जिले की सीमा पर बसे गांव धनेरु में शनिवार को आयोजित होने वाले किसान सम्मेलन से कांग्रेस एक तीर से कई निशाने साधने के मूड में है। किसान सम्मेलन के माध्यम से ही सही इसे सुजानगढ़ (चूरू) विधानसभा उपचुनाव रैली भी कहा जा सकता है।
कांग्रेस की रणनीति यही है कि वह इस सीट को साधना चाहती है तो दूसरी ओर किसान सम्मेलन का नाम देकर उनके साथ खड़े होने का संदेश देना चाहती है। साथ ही नाम न छापने की शर्त पर कुछ कांग्रेस नेता कहते भी है कि इसी सम्मेलन के माध्यम से राजस्थान के ‘जादूगर’ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सचिन पायलट के गत दिनों हुए शक्ति प्रदर्शन का जवाब भी देना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि यह सम्मेलन कहने को बीकानेर में आयोजित हो रहा है लेकिन इसकी सीमा चूरू के सूजानगढ़ विधानसभा से सटी हुई है। सूजानगढ़ में ही विधानसभा के उपचुनाव होने वाले हैं, जहां से कांग्रेस के भंवरलाल मेघवाल विधायक थे। यह भी कहा जा सकता है कि सभा तो बीकानेर के धनेरू में हो रही है लेकिन सभा में आने वाले वाहनों की पार्किंग सूजानगढ़ में की जा सकती है।
तीन जिलों के किसानों को संदेश-
किसान सम्मेलन के माध्यम से कांग्रेस बीकानेर के अलावा नागौर और चूरू के किसानों को भी संदेश देना चाहती है। सभा स्थल से नागौर का लालगढ़ जहां पचास किलोमीटर की दूरी पर है, वहीं बीकानेर का श्रीडूंगरगढ़ भी इतनी ही दूरी पर है। इसके अलावा नोखा 95 किलोमीटर और जसरासर 55 किलोमीटर की दूरी पर है। इन सभी स्थानों से किसानों को सभा स्थल पर ले जाने की तैयारियां हो रही है।