Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the foxiz-core domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/dreports/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the fast-indexing-api domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/dreports/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/dreports/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
घनश्याम तिवाड़ी के बाद एक और वसुंधरा राजे के विरोधी रहे देवीसिंह भाटी के 'कमबैक' संकेत - Dainik Reporters

घनश्याम तिवाड़ी के बाद एक और वसुंधरा राजे के विरोधी रहे देवीसिंह भाटी के ‘कमबैक’ संकेत

Dr. CHETAN THATHERA
2 Min Read

Bikaner News । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में घनश्याम तिवाड़ी के फिर से शामिल होने के बाद राजस्थान के बीकानेर से ताल्लुक रखने वाले ‘मगरे का शेर’ देवीसिंह भाटी को भी भाजपा में शामिल करने की मांग जोर पकड़ रही है। राज्य में भैरोंसिंह शेखावत और वसुंधरा के मुख्यमंत्रित्वकाल में मंत्री रह चुके देवीसिंह भाटी बीकानेर जिले की श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र से सात बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें पार्टी में शामिल करने की मांग की एक चिट्ठी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को जिले के ही नोखा से विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने लिखी है। हालांकि भाटी की वापसी होगी या नहीं, यह तो अभी कहना मुश्किल है लेकिन देवीसिंह भाटी ‘कमबैक’ की मांग जोर पकड़ रही है।

 जानकारी में रहे कि लोकसभा चुनाव-2019 से पहले देवीसिंह भाटी ने भाजपा का दामन छोड़ दिया था चूंकि वे केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को टिकट देने का विरोध कर रहे थे और जब टिकट मेघवाल को मिला तो उन्होंने पार्टी छोड़ दी और मेघवाल के खिलाफ सार्वजनिक रुप से उनका विरोध किया। इस दौरान भाटी ने कई क्षेत्रों में पहुंचकर अर्जुनराम का विरोध किया। उनके खिलाफ  सभाएं तक आयोजित की।
17 वर्ष पूर्व भी भाजपा छोड़कर सनम नाम की नई पार्टी बनायी थी भाटी ने देवीसिंह भाटी के लिए भाजपा को छोडऩे का यह यह पहला अवसर नहीं था। इससे पहले भी उन्होंने भाजपा को छोड़कर वर्ष 2003 में सामाजिक न्याय मंच (सनम) का गठन किया था। तब मंच ने राजनीतिक दल के रूप में राजस्थान में चुनाव लड़ा था लेकिन सिर्फ  भाटी ही जीतकर सामने आये। बाद में भाटी फिर भाजपा से जुड़ गए। इससे पहले गत विधानसभा चुनाव-2018 में भाटी ने अपनी पुत्रवधु को चुनाव मैदान में उतारा था, जो हार गई। इसके बाद भाटी और मेघवाल में आपसी आक्रोश ज्यादा बढ़ गया था। इसी का बदला लेने के लिए भाटी ने लोकसभा चुनाव में अर्जुनराम का खुला विरोध किया।
Share This Article
Follow:
चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम