Bhilwara/ कोई इंसान अपनी व्यक्तित्व व्यवहार और आत्मीयता से लोगों के दिलों में इतने बस जाते हैं कि जब उनकी विदाई होती है तो श्वेता ही आंखों से अश्रु की धाराएं बहने लगती है ऐसा ही एक वाक्य जिले के शाहपुरा उपखंड में देखने को मिला जब एक सरकारी स्कूल की सेवानिवृत्ति पर ग्रामीण जन पूरी स्कूल की छात्र छात्राओं के आंखों से अश्रु की धाराएं फूट पड़ी ।
शाहपुरा क्षेत्र की मिंडोलिया गांव में एक सरकारी स्कूल की अध्यापिका अनुराग बाला पाराशर का अपने विद्यार्थियों से इतना प्यार वाकई काबिले तारीफ है।
मौका था अनुराग बाला पाराशर की सेवानिवृत्ति का। इस दौरान पाराशर मैडम अपने विद्यार्थियों व ग्रामीणों से गले मिल कर रो पड़ी तो वही विद्यार्थी व ग्रामीण भी मैडम का प्यार देखकर अपने आंसू नहीं रोक पाए। पाराशर ने इस दौरान अपने विद्यालय के मुख्य द्वार को अंतिम प्रणाम कर वहां से विदाई ली। इससे पूर्व पाराशर अपने परिजनों व शुभचिंतकों के साथ अपनी खुली कार से ग्रामीणों का अभिवादन करने लंबे काफिले के साथ पहुंची। गांव में ग्रामीणों ने पाराशर का ढोल नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया।