Bhilwara news। कोरोना वायरस संक्रमण काल के दौरान कोरोनावायरस से बचाव के रूप में कवच माने जाने वाले मास्क और सैनिटाइज़र की लगातार मांग बढ़ती जा रही है और इसी बढ़ती मांग को का फायदा उठाकर कुकुरमुत्ता की तरह कई कंपनियां सैनिटाइज़र बनाकर बाजार में बेच रही है हालात और स्थिति तो यह है कि हर शहर में और हर गांव में गली गली में कुकुरमुत्ता की तरह दुकानों पर सैनिटाइज़र और मास्क उपलब्ध है लेकिन उन सैनिटाइज़र की गुणवत्ता क्या है इसका आकलन किसी को नहीं है यह सैनिटाइज़र इतना नुकसान कर सकता है कितना फायदा होगा कैसे इसका उपयोग किया जाए तथा क्या सैनिटाइज़र सही है इस बारे में आमजन अनभिज्ञ है ।
मिथाइल अल्कोहल क्या है?
अमरीका स्थित सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के मुताबिक मिथाइल अल्कोहल एक जहरीला पदार्थ है इससे त्वचा, आंखों और फेफड़ों को नुकसान पहुंच सकता है। मिथाइल अल्कोहल के संपर्क में आने वाले लोगों को ये नुकसान पहुंचा सकता है। इसका उपयोग प्लास्टिक, पॉलिएस्टर और सॉल्वैंट्स के उत्पादन में किया जाता है।
लोगों को सैनिटाइज़र खरीदते वक्त जरूरी सावधानी बरतनी चाहिए । सैनिटाइज़र में इथाइल अल्कोहल की मात्रा 70 प्रतिशत से ज्यादा हो तो अच्छा है। कई बार अल्कोहल हाथों को ड्राई बना सकता है इसलिए ग्लिसरीन वाला सैनिटाइज़र ठीक रहता हैऔर जिन्हें अक्सर एलर्जी हो जाती है, उन्हें खुशबू वाले सैनिटाइज़र का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
ऐसे पता करे सेनिटाइजर असली या नकली
आप घर पर ही पता कर सकते हैं कि सैनिटाइज़र इस्तेमाल के लिए ठीक है या नहीं । इसके लिए आपको एक चम्मच में गेंहू का आटा लेना होगा उर आटे मे सैनिटाइज़र डालना है अगर आटा चिपचिपा हो जाता है तो सैनिटाइज़र अच्छा नहीं है और अगर आटा सूखा रहता है तो सैनिटाइज़र इस्तेमाल के लिए ठीक है ।
क्या सावधानी बरतनी चाहिए
-नॉन अल्कोहलिक उत्पाद कोविड-19 के खिलाफ उपयोगी नहीं है
-सैनिटाइज़र बच्चों से दूर रखें
-इंजेक्शन से जहरीला प्रभाव हो सकता है
-सैनिटाइज़र खरीदते वक्त कंपनी का नाम और एक्सपायरी डेट जरूर देखें
-सैनिटाइज़र खरीदने से पहले लोगों को उसपर छपे निर्देश ध्यान से पढ़ने चाहिए