भीलवाड़ा। जिले मे एक आरएएस अधिकारी द्वारा कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट के हवाले से आज एक तुगलकी आदेश निकला जिसमे शिक्षको को ट्रको और ट्रेक्टरो की चैकिंग करने के निर्देश दिए गए ।

इस आदेश को लेकर शिक्षको के विरोध और बवाल मचने व बात मंत्री तक तथा जयपुर उच्च अधिकारियों तक पहुंचने के बाद जिला कलेक्टर ने एसडीएम को आदेश निरस्त्र करने के आदेश देते हुए एसडीएम को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है । इस घटनाक्रम से यह नजर आया खी जिले मे उपखंड अधिकारी अपने उच्च अधिकारी कलेक्टर को अंधेरे मे रख मन मर्जी कर रहे है ।
जहाजपुर एसडीएम ने क्या निकाला आदेश
जिले के जहाजपुर क्षेत्र में अवैध बजरी व गार्नेट को लेकर इन दिनो बवाल मचा हुआ है । इस बवाल को लेकर आज जहाजपुर एसडीएम उम्मेद सिह राजावत ने कोरोना वायरस को लेकर लगी धारा 144 का सहारा लेते हुए

चावण्डिया चौराहे टर चैक पोस्ट लगाते हुए एक आदेश क्रमांक -कोरोना/2020/711 दिनांक 2/6/2020 निकाला जिसमे कोरोना संक्रमण की संभावना के मद्देनजर जिला कलेक्टर भीलवाड़ा के निर्देशानुसार चैक पोस्टो पर तीन शिक्षको की निर्देश दिए की उनकि ड्यूटी तत्काल प्रभाव से लगाई जाथी है की वह इन चैक पोस्टो पर रात 10 बजे से सवेरे 10 बजे तक पुलिस क सहायता से प्रत्रेक ट्रेक्टर व ट्रंक की गहनता से जांच कि जाए और अवैध परिवहन की तत्काल तहसीलदार जहाजपुर को सूचना दे ।
आदेश पर बवाल क्या हुआ
इस आदेश को लेकर शिक्षको व शिक्षक संगठनो मे आक्रोश हो गया और उन्होने विरोध करते हुए शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी व सीडीईओ राधेश्याम शर्मा को बताया ।

सीडीईओ शर्मा ने भी निदेशक सौरभ स्वामी को अवगत करारा । निदेशक सौरभ स्वामी ने सीडीईओ को निर्देश दिए की वह अपनी तरफ से एसडीएम को इस आदेश को तत्काल निरस्त करने के दिए लिखे और शिक्षको को आदेश दे की वह पालना नही करे ।
इधर शिक्षा मंत्री व स्वामी ने तत्काल जिला कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट को अवगत करा इस आदेश को निरस्त कराने के दिए कहा ।।जयपुर से आए निर्देश के बाद कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट को उक्त आदेश के बारे मे पता चला । कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट ने तत्काल एसडीएम उम्मेद सिह को फोन पर आदेश देते हुए लिखित आदेश क्रमांक-स्थापना/ 2020/ 86068 दिनांक2/6/2020 निकाल एसडीएम से इस आदेश को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगते हुए उस आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने के आदेश दिए । इसके बाद एसडीएम ने उस आदेश क्रमांक 711 को निरस्त किया ।
आज घटे इस घटनाक्रम से यह सामने आया की एसडीएम उम्मेद सिह राजावत ने बिना कलेक्टर को बताए उनके हवाले से आदेश कैसे निकाल दिया? क्या अपने उच्च अधिकारी कलेक्टर को बताना उचित नही समझा ? क्या ऐसे और भी आदेश निकले होंगे जो बवाल नही होने पर दब गए? जिले का मालिक कलेक्टर होता है और वह सर्वोपरि होता है क्या एक आरएएस अधिकारी को यह पता नही या फिर वह….