कल से मागंलिक कार्य व शादियां फिर से शुरू, रहेगी धूम, कब-कब है शादियों का मुहूर्त

Chief Minister Mass Marriage and Grant Scheme, 2021

Bhilwara News/ पिछले 4 माह से बंद पड़े मांगलिक कार्यक्रम शादी समारोह कल से एक बार फिर से शुरू हो जाएंगे और शादियों की धूम रहेगी आज देव उठनी ग्यारस लता छोटी दीपावली मनाई जा रही है आज भगवान 4 माह के चयन के बाद उठेंगे और इसी के साथ ही कल से सभी मांगलिक कार्यक्रम किए जा सकते हैं इस माह में कब कब शादी है पढ़ें ।

त्योहारी सीजन खत्म होने के बाद अब शादी-विवाह व अन्य शुभ कार्य शुरू होंगे। इस बार देवउठानी एकादशी 14 नवंबर को है। इसके बाद शुभ कार्य शुरू जो जाएंगे। इस दिन चार माह के बाद भगवान को जगाया जायेगा। भगवान को संध्या काल में वैदिक मंत्रों के द्वारा शंख बजाकर उठाने की परंपरा है।

ज्योतिष नगरी कारोई के ज्योतिष पंडित डाॅ. गोपाल उपाध्याय ने बताया कि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउत्थान एकादशी मनाया जाता है। इसे देव प्रबोधिनी या देव उठावनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। सभी एकादशियों के व्रत में देवोत्थान एकादशी का विशेष महत्व है।

मान्यता है कि चातुर्मास में भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। जिनका शयन काल देवउठानी एकादशी के दिन समाप्त होता है। देवउठानी एकादशी पर माता तुलसी और भगवान शालिग्राम के विवाह का विधान है। इसके बाद से चतुर्मास से रुके हुए विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन आदि के मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाती है। प्राचीन परम्परा के अनुसार भगवान को संध्याकालीन वैदिक मंत्र के द्वारा कब्जा कर उठाने की परंपरा है । आज देवउठनी एकादशी को छोटी दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है

 

ज्योतिष डाॅ. उपाध्याय ने बताया की इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा होगी। उन्हें विभिन्न मौसमी फलों का भोग लगाया जायेगा। इस दिन तुलसी विवाह संपन्न कराया जाता है। कई लोग अपने-अपने घरों में भगवान शालिग्राम की पूजा कराते हैं और तुलसी के पौधे के पास गन्ना खड़ा किया जाता है। वहां अनाज में चावल, धान, जौ आदि भरा जाता है। मान्यता है ऐसा करने से घरों में अनाज की कमी नहीं होती है।

21 से शादी-विवाह शुरू

मिथिला पांचांग के अनुसार, शादी-विवाह का शुभ दिन 21 नवंबर से शुरू हो रहा है। शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त 21 नवंबर से शुरू होगा। इस माह 22 व 29 नवंबर और दिसंबर में एक, दो, पांच, छह, आठ, नौ, 13 दिसंबर तक विवाह का शुभ मुहूर्त है। जबकि बनारसी पांचांग से 20 नवंबर, 22, 26 व 29 नवंबर, दिसंबर में एक, दो, पांच, सात, 12, 13 को विवाह का शुभ मुहूर्त है।