
जहाजपुर (आज़ाद नेब) बरसात के बाद ठहरे व घरों के आसपास के भरे पानी के क्षेत्रों में मच्छरों के पनपने के साथ हीं डेंगू, मलेरिया एवं स्क्रब टाइफस आदि मौसमी बीमारियों की फैलने की संभावना के चलते चिकित्सा विभाग द्वारा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रा में घर-घर जाकर सर्वे कर एन्टीलार्वल गतिविधियों का संपादन किया जा रहा है।
ब्लॉक में मौसमी बीमारियां अपने पांव ना पसारे इसके लिए अभियान के मार्फत चिकित्सा विभाग द्वारा मौसमी बीमारियों के बचाव व रोकथाम हेतु पुख्ता इंतजाम किये जा रहे है।
ब्लॉक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गिरीश प्रसाद गोयल ने मौसमी बीमारियों डेंगू व मलेरिया बचाव को लेकर विभागीय कार्मिकों के द्वारा सक्रियता निभाकर घर-घर जाकर एन्टीलार्वल गतिविधियां संपादित की जा रही है। सर्वे के दौरान विभाग की नर्सिंग विद्यार्थियों, एएनएम व आशाओं की गठित टीमों के द्वारा ब्लॉक में अब तक 10653 घरों का सर्वे किया गया।
इस दौरान 32967 कंटेनर को चेक किया कर 1057 जगहों पर केमीपोस्ट डालकर निस्तारण किया गया। सर्व के दौरान 1887 घरों में लार्वा पाया गया। सर्दी जुखाम बुखार के रोगियों का पता लगाकर 174 ब्लड स्लाईड लेकर 1382 रोगियों को उपचार उपलब्ध करवाया गया। 2052 जगहों की नालियों में एम एल ओ डालकर लार्वा को नष्ट किया गया।
डॉ जीपी गोयल ने कहा कि सर्वे के दौरान चिकित्सा विभाग की टीम मौसमी बीमारियों के प्रति आमजन को जागरूक कर रही है। लोगों को 1500 पेम्पलेट्स बांटकर जागरूक किया गया। मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने के साथ ही घरों में हर सप्ताह पानी के पात्रों को खाली कर सूखा दिवस मनाने की भी अपील की।
मौसमी बीमारियों से बचने के लिए आमजन अपने घरों के आसपास पानी एकत्रित नहीं होने दे। फुल आस्तीन के कपड़े पहनें, पीने के पानी को ढ़क कर रखें, साफ-सफाई का ध्यान रखें, सर्दी-जुखाम होने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर डॉक्टरों से परामर्श व उपचार लें।