भीलवाड़ा मे निजी चिकित्सक और अस्पताल संचालक भी उतर सकते है बगावत पर अगर..

Dr. CHETAN THATHERA
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Bhilwara news । भीलवाड़ा में कोरोना वायरस को लेकर भीलवाड़ा मे बिना कोरोना पोजिटिव रोगी आए प्रशासन द्वारा मंखिक आदेश से दो माह से स्वास्तिक हास्पीटल को बंद कर देने और खोलने की अनुमति नही देने साथ ही कोरोना संक्रमणकाल मे एतिहातन कानून सुरक्षा के बिंदु पर अपनी मांग नही माने जाने की स्थिति मे बगावत कर सकते है ।

स्वास्तिक हॉस्पिटल की कहानी

नाथडियास का सुवा लाल जाट 6 मार्च को उपचार के लिए आता है 7 मार्च को उसे छुट्टी दे दी जाती है ।।उसके बाद वह अपने गांव, बागंड हॉस्पिटल अहमदाबाद जाता है फिर महात्मा गांधी अस्पताल मे भर्ती होता है कोरोना की रिपोर्ट पोजिटिव आती है और 27 मार्च को उसकी मौत हो जाती है । प्रशासन द्वारा 27 मार्च को स्वास्तिक हास्पीटल को मौखिक आदेश से बंद कर दिया जाता है । प्रशासन द्वारा स्वास्तिक हास्पीटल के स्टाफ की कोरोना जांच की जाती है सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आती है ।

स्वास्तिक हास्पीटल के संचालक डाॅ हरीश मारू द्वारा प्रशासन से दो बार हास्पीटल खोलने के लिए आवेदन दिया जाता है लेकिन स्वीकृति नही दो जाथी है और अभी तक भी स्वीकृति नही दी गई है ।

नियम क्या

1- किसी भी हास्पीटल को बंद करने के लिए लिखित आदेश जारी किया जाता है ।।
2- आईएमआरसी की गाइडलाइन के अनुसार निजी चिकित्सका सेवाएं और चिकित्सालय इस कोरोना काल मे खुले रहेंगे और वह भी अपनी इस संक्रमण मे सेवाएं देंगे ।

चिकित्सको ने किया था यह आग्रह

कोरोना संक्रमणकाल को लेकर निजी चिकित्सकलय एसोसि व आईएमए ने करीब एक पखवाडा पूर्व प्रशासन से मिल सुझाव दिया था की सभी निजी चिकित्सकलय के चिकित्सक व निजी क्लिनिको के चिकित्सको की एक कार्यशाला प्रशासन के साथ हो जाए वह अपना सहयोग देने के लिए तैरार है लेकिन कुछ नही हुआ ।

गुस्सा क्यो, चाहत क्या

सूत्रो के अनुसार सभी निजी चिकित्सकालयो व क्लिनिको के चिकित्सक चाहते है की आईएमआरसी की गाइडलाइन के अनुसार स्वास्तिक हास्पीटल को खोलने की स्वीकृति दी जाए तथा कोरोना संक्रमणकाल मे वह पूरा सहयोग देना चाहते है लेकिन किसी रोगी के कोरोना संक्रमण आने पर वह उसे महात्मा गांधी प्रशासन को सूचना देगे लेकिन उनके खिलाफ कानून कार्यवाही न हो ।

सूत्रो के अनुसार यह दोनो बाते स्वीकार नही होती बै तो संभवतया निजी चिकित्सकलयो व क्लिनिको के चिकित्सक बगावत के मूड मे आगर हडताल रे कोई बडा निर्णय ले सकते है

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम