सीएए का विरोध अब भीलवाड़ा भी पहुंचा
Bhilwara News ( मूलचन्द पेसवानी) –भीलवाड़ा में नागरिक संशोधन कानून (CAA) के विरोध में जिले के आम मुस्लिम समाज अन्जुमन औलमा ए किराम की ओर से शहर काजी खुर्शीद आलम व जामा मस्जिद इमाम हफीजुरर्हमान की अगुवाई में भीलवाड़ा जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम पर ज्ञापन दिया गया।
नागरिकता संशोधन कानून पर विरोध प्रदर्शन का असर अब देश के अन्य हिस्सों से भीलवाड़ा तक पहुंच गया है। आज दोपहर जुम्मा की नमाज के बाद नागरिकता कानून के विरोध में रेलवे स्टेशन से कलेक्ट्रेट तक मार्च निकाला गया। प्रदर्शन में भारी भीड़ को देखते हुये पुलिस-प्रशासन ने शहर के साथ ही कलेक्ट्रेट पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये।
पुलिस अधीक्षक हरेंद्र महावर, एएसपी राजेश मीणा, डीएसपी सिटी भंवर रणधीर सिंह के साथ ही सभी थाना प्रभारी मौजूद रहे। रेलवे स्टेशन, कलेक्ट्रेट, सेशन कोर्ट चैराहे के साथ ही संवेदनशील इलाकों में पुलिसकर्मी तैनात किये गये। पुलिस अधीक्षक महावर का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुख्ता प्रबंध किये गये हैं।
जामा मस्जिद के इमाम हफीजुरर्हमान के नेतृत्व में भीलवाड़ा शहर के साथ ही पुर, सांगानेर और आस-पास के मुस्लिम समुदाय के लोग सीरत सराय से कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में मुस्लिम समुदाय ने कहा है कि हमारा मुल्क भारत इस वक्त बडे नाजुक दौर से गुजर रहा है जिस तरह फिरका परस्त ताकतें इस मुल्क को एक खास रंग में रंगने के लिए बड़ी बेकरार है।
मौजूदा हुकुमत एक के बाद एक दिगर इस तरह के कानून बना रही है और ना सिर्फ मुल्क के संविधान के खिलाफ है बल्कि पूरे मुल्क के शहरियो में आपस में दुरियां व नफरतें बढ़ेगी और यह खुसुसन मुसलमानों के लिए परेशानकुन है।
बाबरी मस्जिद के गैर मुनासिब फैसले के बाद अब सीएए व एनआरसी जैसे काले कानून लाये जा रहे है जो मुल्क के दस्तूर और सेकलरजिम और हमारी रिवायत के खिलाफ है और जिनसे मुल्क के कुछ और कमजोर तबकात के अलावा सबसे ज्यादा मुसलमानों को नुकसान पहुंचाया जा रहा हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा पक्षपात वाले कानून सीएए व एनआरसी के खिलाफ शांतिपूर्वक तरीके से आंदोलन कर रहे जिनमें प्रमुख राज्य आसाम, मेघालय, नागालेण्ड, मिजोरम, त्रिपरा, अरूणाचल प्रदेश, मणिपूर, पश्चिम बंगाल हैदराबाद, केरल में शान्ति पुर्वक विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
जामिया मिलिया युनिर्वसिटी एवं अलीगढ मस्लिम यनिर्वसिटी के छात्रों पर मोदी सरकार द्वारा दिल्ली पुलिस का दुरूपयोग कर बर्बरता पूर्वक 15 व 16 दिसम्बर को जामिया केम्पस में घुसकर लाईब्रेरी में तोडफोड करते हुए कैम्पस रह रहे छात्र छात्राओं पर लाठीचार्ज किया जिसमें कई विद्यार्थी जख्मी हए।
इसमें दिल्ली पुलिस ने आंदोलन कर रहे छात्रों पर मारपीट कर तथा पुलिस के साथ में घुण्डा तत्वों को पुलिस वर्दी पहनाकर आगे करने और कैम्पस में मारपीट की कार्यवाही की भर्त्सना करते हुए इसकी निन्दा करता है।