भरतपुर / राजेंद्र शर्मा जती । रक्षा मंत्री की ओर से ट्यूर ऑफ ड्यूटी लागू करने के निर्णय के विरोध में भरतपुर में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। युवा लोग पहले हीरादास पहुंचे बाद में रेडक्रॉस सर्किल पर विरोध कर रहे युवाओं ने प्रदर्शन किया और हुड़दंग करने की कोशिश की तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद युवाओं की भीड़ रेलवे स्टेशन पहुंच गई जहां युवाओं ने जयपुर-आगरा रेलवे ट्रेक जाम करने की कोशिश की तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। ऐसे में युवाओं ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया। पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ गया।
इस पथराव व भगदड़ में पुलिसकर्मी चुटेल भी हुए है। हालांकि पुलिस बल ने कुछ युवाओं को हिरासत में लिया है। साथ हुड़दंग करने वालों के खिलाफ रेलवे पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोडऩे पड़े। एक पुलिसकर्मी चोटिल भी हुआ है। स्टेशनपर रेल मार्ग बाधित रहा वही कई घण्टो तक अफरातफरी भी मची रही। मौके पर एसडीएम देवेंद्र सिंह एएसपी चन्द्र प्रकाश शर्मा सीओ सिटी सतीश वर्मा सहित पुलिस आरएसी क्यूआरटी रेलवे पुलिस जीआरपी पुलिस सहित भारी फोर्स मौजूद रही।
युवाओं में इतना गुस्सा था कि वह रेलवे ट्रेक से हटने की भी कोशिश नहीं कर रहे थे। करीब दो घंटे तक देश के रक्षा मंत्री व प्रधानमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। पुलिस बल से जब संभाला भारी पडऩे लगा तो उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई। इसके बाद और पुलिस बल मौके पर भेजा गया। हालांकि पथराव के बाद पुलिस ने हालातों को काबू कर लिया। इधर, जिला कलक्टर आलोक रंजन व एसपी श्याम सिंह ने भी संबंधित थानों के एसएचओ को निर्देशित किया है। साथ ही जिलेभर में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया है। इधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब मामला शांत है। मामले की जांच की जाएगी। फिलहाल युवाओं को ट्रेक से हटाया जा चुका है। रेलवे ट्रेक चालू हो गया है।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही गुरुवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी जिला इकाईने कलक्ट्रेटपर प्रदर्शन किया। युवाओं ने आरोप लगाया कि जो युवा भर्तियों का दो साल से इंतजार कर रहे थे, अब उन्हें धक्का लगा है। इससे युवा अब सुुुसाइड क रहे हैं। यह निर्णय देश के बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय है। युवाओं ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलक्टर आलोक रंजन व जिला प्रमुख जगत सिंह को ज्ञापन दिया था।
युवा बोले…अग्निपथ का मतलब युवाओं पर अत्याचार
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि रक्षा मंत्री का कहना है कि अग्निपथ योजना से भारतीय सेनाओं में नईऊर्जा का संचार होगा और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर मिल सकेंगे, लेकिन सत्य यह हैकि सेनाओं में संविदा आधारित भर्तीकी यह कार्ययोजना किसी भी रूप से देश के जनमानस व भारतीय सेना के हित में नहीं है। ऐसे में सरकार को इस निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए ऐसी योजना को अमलीजामा पहनाना चाहिए। राजस्थान सहित देशभर में विगत दो वर्षों से भारतीय सेना में सेना भर्तीरैलियों का आयोजन नहीं होने से राष्ट्र की सेवा के लिए सेना में जाने के इच्छुक युवाओं के सपनों को गहरा आघात लगा है। ऐसे में युवाओं को सेना में जाने के लिए दो वर्ष की आयु में शिथिलता देते हुए जल्द से जल्द पहले की भांति सेना भर्तीरैलियों का आयोजन प्रारंभ कराया जाए। राजस्थान सहित देश के कईसेना भर्ती केंद्रों की ओर से करवाईगईसेना भर्ती रैलियों का आयोजन अधूरा पड़ा है। ऐसे में अधूरी भर्तियों को पूरा किया जाए। साथ ही नौसेना की भर्तियों का आयोजन भी शुरू किया जाए।
हजारों युवा कर रहे थे भर्ती का इंतजार
सबसे बड़ी बात यह हैकि पिछले काफी समय से कोरोनाकाल के कारण सेना भर्ती रैली नहीं हो पा रही है। ऐसे में भरतपुर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के बेरोजगार युवा सेना भर्तीरैली का इंतजार कर रहे थे। अचानक सेना भर्तीरैली के साथ टीडीओ का क्रियान्वयन किया जाना बेरोजगारों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। क्योंकि अकेले भरतपुर जिले के ही कम से कम 20 हजार से अधिक युवा सेना भर्तीरैली का इंतजार कर रहे हैं।