Bhilwara News चेतन ठठेरा । प्रदेश मे कांग्रेस को फरकार के गठन को डेढ फाल बीत गया लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के बीच शित युद्ध रूकने कानाम नही ले रहा है और यह सर्वविदित है । राज्यसभा चुनाव मे प्रत्याशियो के चयन व राजनीतिक नियुक्तियां को लेकर भी पायलट व गहलोत मे एकमत नही है । । इसको लेकर कांग्रेस सुप्रीमों सोनिया गांधी की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मिली फटकार के बाद रविवार को गहलोत ने सचिन से मुलाकात की और चर्चा की ।
आगामी 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा सीटों के चुनाव और राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर कांग्रेस की सुप्रीमों व राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मुलाकात के दौरान फटकार लगाई ।
इसका प्रमाण सोनिया गांधी के साथ मुलाकात के बाद बाहर निकले अशोक गहलोत के चेहरे पर छाई उदासी और हावभाव से नजर आ रहे थे ।
सूत्रो के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा आगामी 26 मार्च को होने वाले प्रदेश से राज्यसभा की दो सीटो के लिए 2 नाम सोनिया गांधी को सौंपे थे जिनमें पहला नाम राजीव अरोड़ा और दूसरा नाम दिनेश गोदनिया था। जबकी दूसरी और सचिन पायलट एक जाट और एक मीणा को प्रत्याशी बनाना दोनी जातियों को मौका देना चाहते थे ताकी दोनो ही जाति वर्ग कांग्रेस के साथ रहे और कांग्रेस के वोट बैक व जनाधार मे इजाफा हो ।
सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत के बताए दोनों नामों को वापस भेज दिया है और गहलोत को फटकार लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के साथ बैठकर राज्यसभा के 2 नाम तय किया जाए ।
साथ ही सोनिया गांधी ने प्रदेश में दलित अत्याचार और कांग्रेस की सरकार के द्वारा राजनीतिक नियुक्तियां नहीं किए जाने को लेकर भी गहरी नाराजगी प्रकट की और हिदायत भी दी । सोनिया गांधी की फटकार के बाद अशोक गहलोत ने रविवार को पीसीसी अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ मुलाकात करके राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर मंत्रणा की ।
माना जा रहा है कि होली के त्यौहार के बाद कभी भी राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों का दौर शुरू हो सकता है। इसको लेकर दोनों नेताओं के बीच सहमति बनाने के लिए सोनिया गांधी ने निर्देशित किया है।