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  • फल-सब्जी की होम डिलीवरी के लिए ऑर्डर दे सकते हैं इस एप्प पर

    फल-सब्जी की होम डिलीवरी के लिए ऑर्डर दे सकते हैं इस एप्प पर

    Bhilwara news । जिला प्रशासन द्वारा आमजन को राहत प्रदान करने के लिए एक और महत्वपूर्ण  कदम  उठाते हुए।  जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट ने ष्सिटी स्टोरष् एंड्रॉयड मोबाइल एप्प लांच की। इस एप्प को डाऊनलोड कर कोई भी फल-सब्जी की होम डिलीवरी हेतु ऑर्डर दे सकते हैं।

    एप्प पर पैकेज के अनुसार फल-सब्जी उपलब्ध कराई जा रही है।  कोई भी अपनी आवश्यकता के अनुसार अपना  पैकेज चुन सकते हैं।

    एप्पर से आर्डर करने पर कृषि उपज मंडी द्वारा 24 से 36 घण्टे में होम डिलीवरी की जाएगी। होम डिलीवरी के समय उपभोक्ता को भुगतान करना होगा।

    वर्चुअल इंफोसिस्टम्स के नलिन शर्मा ने यह एप्प बनाई है। जिला कलेक्टर ने आमजन से इस एप्प का लाभ लेने व घरों में सुरक्षित रहने को कहा गया है।
    ये हैं पैकेज

    जिला कलक्टर ने बताया कि सब्जियों के तीन पैकेज बनाये गए हैं। 100 रुपये के पैकेज में एक-एक किलोग्राम मिर्ची, टमाटर, आलू व प्याज होंगे। 100 रुपये के ही दूसरे पैकेज में आधा किलो लहसुन, आधा किलो नींबू व पाव अदरक मिलेगा। 200 रुपये के तीसरे पैकेज में एक- एक किलोग्राम लौकी, भिंडी, तुरई, बैंगन, ग्वारफली, खीरा, टमाटर होंगे। फलों के 200 रुपये के पैकेज में केला, अनार संतरा प्रत्येक एक किलो व पपीता, खरबूझ एक-एक नग वहीं 300 रुपये के पैकेज में आम, सेव, अनार, संतरा प्रत्येक एक किलो व 1 नग तरबूझ मिलेगा।

    इनको भी परमिशन

    शहर मे रिलायंस मार्ट, डीमार्ट, रिलायंस स्मार्ट तथा महा लक्ष्मी प्रोविजन स्टोर को भी घर-घर सामान आपूर्ति की परमिशन दी गई है

  • कोरोना योद्धाओं का वंदन अभिनंदन और सम्मान

    कोरोना योद्धाओं का वंदन अभिनंदन और सम्मान

    Tonk News । टोंक शहर के शिवाजी नगर में कोरोना(Coronavirus) महामारी से लडक़र आमजन को सुरक्षा करने वाले योद्धाओं का वंदन अभिनंदन और सम्मान किया जिसमे स्वास्थ्य कमीर्, पुलिसकर्मी और स्वच्छता कर्मियों का हृदय से सम्मान किया गया। स्वच्छता कर्मियों का भारतीय जनता पार्टी टोंक शहर श्यामा प्रसाद मुखर्जी मंडल द्वारा साफे और शाल ओढ़ाकर पुष्पवर्षा कर के सम्मान किया गया। यह ऐसे योद्धा हैं जो आमजन को घर में सुरक्षित करके देश, प्रांत, शहर, गली मोहल्लों की इस महामारी से सुरक्षा करने में सबसे अग्रणी है।

    उनके कार्यों को शत शत नमन और हृदय से अभिनंदन किया। इस दौरान श्यामा प्रसाद मुखर्जी मंडल अध्यक्ष राजेश शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजयुमो राजेंद्र सैनी उर्फ बबलू टैंकर, भाजपा नेता शंकर विजयवर्गीय आदर्श नगर एवं मंदिर पुजारी हनुमान शर्मा मौजूद रहे।

  • सीपीआई के योद्धा वरिष्ठ पत्रकार का दुष्यंत ओझा नही रहे

    सीपीआई के योद्धा वरिष्ठ पत्रकार का दुष्यंत ओझा नही रहे

    1946 में ही दरबार हाई स्कूल में तिरंगा फहरा कर चर्चा में आये थे ।

    दुष्यंत ओझा की देह को एसएमएस मेडिकल काॅलेज को किया सुपुर्द

    शाहपुरा का एक और मजबूत किला ढह गया

    Shahpura news /मूलचन्द पेसवानी । शाहपुरा मूल के भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव रहे राष्ट्रीय परिषद सदस्य, वरिष्ठ पत्रकार का. दुष्यंत ओझा का मंगलवार को जयपुर के सी.के.बिड़ला हाँस्पीटल में निधन हो गया। वो 89 वर्ष के थे। आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली तथा उनकी पूर्व की स्वयं के देहदान की घोषणा के अनुरूप ससम्मान उनकी देह को जयपुर के एसएमएस मेडिकल काॅलेज को सिर्पुद किया गया है।

    इस दौरान उनकी पत्नी शारदादेवी, भाई जयंत ओझा, अनंत ओझा, भानजे अनिल व्यास मौजूद रहे। 60 वर्ष से भी अधिक सक्रिय राजनीतिक जीवन में उनका संबंध प्रांत और देश के लगभग सभी राजनीतिक दलों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों से रहा।

    शाहपुरा की धरती के महान सपूत, क्रांतिकारी विचारक, कवि, लेखक एवं सकारात्मक राजनीति के पैरोकार और कुशल वक्ता दुष्यंत ओझा अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गये है। हालही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनके निवास जयपुर पहुंच कर कुशलक्षेम पूछी थी। वे कुशल राजनितिज्ञ के साथ एक जिंदादिल इन्सान थे।

    विगत 1 सप्ताह से अस्वस्थ होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। देश के चोटी के राजनेताओं और पत्रकारों,सामाजिक कार्यकर्ताओं से निकट संबंध रहे। कुशल वक्ता, स्पष्ट वादी, बेहद ईमानदार छवि के कॉमरेड ओझा की अलग पहचान थी। सन 1946 में शाहपुरा के दरबार हाई स्कूल पर पहली बार तिरंगा फहराने का साहस रखने वाले कामरेड दुष्यंत ओझा उस समय अचानक चर्चा में आ गये थे।

    1949 में शाहपुरा के दिलकुशाल बाग आयोजित विशाल सम्मेलन में भी मुख्य कार्यकर्ता के रूप् में दुष्यंत ओझा ही थे। इसमें मुख्य वक्ता के रूप् में शेख अब्दूला सहित कई राष्ट्रीय नेता आये थे।

    का.दुष्यंत का जन्म दिसंबर 1931 में स्वतंत्रता सेनानी पं. रमेशचंद्र ओझा व रमादेवी ओझा के यहां शाहपुरा में हुआ। उनके एक बहन उमा व्यास व दो भाई जयंत ओझा व डा. अनंत ओझा है। उनकी प्रांरभिक शिक्षा शाहपुरा में हुई। उनके पिता के स्वंतत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका के कारण उनके परिवार को शाहपुरा रियासत से निर्वासित कर दिया तब उनका परिवार गोविंदगढ़ सीकर में रहा। दो वर्ष के बाद वो शाहपुरा वापस आये।

    दुष्यंत ओझा अजमेर के बाद भीलवाड़ा रहे। यहां उन्होंने पत्रकारिता में सक्रिय कार्य किया। उस समय के चर्चित अखबार हमलोग व लोकजीवन से वो सक्रियता से जुड़े। इसके बाद वो जयपुर गये जहां प्रसिद्व अखबार लोकवाणी में कार्य किया जहां राजस्थान पत्रिका के संस्थापक कपुरचंद कुलिश भी उनके साथ कार्य करते थे। लोकवाणी का संचालन प्रसिद्व शास्त्री परिवार की देखरेख में होता था।

    इसी दौरान उन्होंने भागलपुर से एलएलबी किया तथा वकालात की। आपातकाल के बाद दुष्यंत ओझा ने अपना कार्यस्थल स्थायी रूप् से जयपुर को बनाया और वहां पर जनयुग अखबार के राज्य ब्यूरोचीफ तथा अंग्रेजी अखबार मेट्रोयट से जुडकर पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया। इस कारण प्रदेश के सभी राजनेताओं से उनके संपर्क होने का लाभ शाहपुरा व भीलवाड़ा जिले को वो दिलाते रहे।

    उस समय की पत्रकारिता में प्रखर पत्रकार, कुशल वक्ता होने के कारण प्रदेश के तमाम नेताओं हरिदेश जोशी, शिवचरण माथुर, हीरालाल देवपुरा, भैरोसिंह शेखावत, कैलाश मेघवाल, रामप्रसाद लढ़ा, रामपाल उपाध्याय, रतनलाल तांबी सहित कई नेताओं से उनका जीवंत संपर्क रहा।

    दुष्यंत ओझा के पिता पं. रमेशचंद्र ओझा ने 1937 में शाहपुरा में प्रजा मंडल की स्थापना की थी। 20 मार्च 2007 को शाहपुरा में प्रेस क्लब भवन के लोकार्पण समारोह में दुष्यंत ओझा ने मुख्य वक्ता के रूप् में पत्रकारों को कई टिप्स दिये थे।

    कम्यूनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव होने के कारण कई देशों रूस, बुल्गारिया, चेकोस्कालिया, फिनलैंड, जर्मनी सहित कई देशो में दो दर्जन से अधिक बार डेलीगेशन लेकर गये। इस दौरान प्रसिद्व साहित्यकार लक्ष्मीकुमार चुंडावत से उनका काफी संपर्क रहा।

    इसी दौरान उनके पुत्र विवेक व पुत्री समता को भी उन्होंने विदेश में पढ़ाई के लिए भेजा जो अभी वहीं रह रहे है। उन्होंने शाहपुरा के नरेश व्यास पुत्र विष्णुदत्त कंपाउंडर व दिनेश टेलर पुत्र का. जगदीश टेलर को भी विदेश में ही अध्ययन के लिए भेजा।

    कुशल वक्ता होने के कारण उनको समय समय पर देश भर में कई व्याख्यानमालाओं में बुलाया जाने लगा तथा उन्होंने शाहपुरा में अपने पिता पं. रमेशचंद्र ओझा की स्मृति में व्याख्यानमाला प्रांरभ की जिसमें ख्यातनाम पत्रकार प्रभाष जोशी, अरूणा राय, अनिल लोढ़ा, यशवंत व्यास, वेदव्यास सहित कई विद्वानों को बुलवाया था।

    अधिवक्ता, मार्क्सवादी चिंतक, प्रगतिशील, धर्मनिरपेक्ष मूल्यों, साम्प्रदायिक सौहार्द के संवाहक कामरेड दुष्यंत ओझा अपने छात्र जीवन से ही संघर्ष के मैदान में कूद पडे थे। सन् 1953 से लेकर आज तक वो सीपीआई के सक्रिय सदस्य रहे। वे पार्टी के पुरावक्ती कार्यकर्ता के रूप लम्बे समय तक पार्टी का काम करते रहे। का.दुष्यंत किसानों, श्रमिकों, युवाओं, महिलाओं, आम अवाम के अधिकारों के आन्दोलनों का नेतृत्व करने में हमेशा आगे रहे।

    वे देश में गंगा जमुनी संस्कृति साम्प्रदायिक सौहार्द के पेरोकार थे।  जयपुर में साम्प्रदायिक विरोधी कमेटी राजस्थान के संस्थापक, कोमी एकता ट्रस्ट नयी दिल्ली के सदस्य, विजय सिंह पथिक स्मृति संस्थान के संस्थापक, स्वामी कुमारानंद स्मारक समिति, राजस्थान पीपुल्स पब्लिसिंग हाऊस जयपुर के डायरेक्टर, अखिल भारतीय शांति एकजुटता संगठन जयपुर के संस्थापक, जैसी अनेक संस्थाओं रहते हुए उन्होंने अपने दायित्वों का कुशलता पुर्वक निर्वहन किया।

    पारिवारिक पृष्ठभूमि आजादी आंदोलन से जुड़ी होने के कारण दुष्यंत ओझा भी छात्र जीवन से ही आजादी आंदोलन से जुड़ गये थे तथा पिता के संपर्क के लोगों के यहां आना जाना उनका प्रांरभ हो गया था। इस दौरान काॅलेज शिक्षा उनकी अजमेर में पूर्ण हुई और वहां हटूंडी आश्रम में प्रदेश के वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी हरिभाउ उपाध्याय के वो काफी संपर्क में रहे और कई आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभायी।

    एक आंदोलन में उनके जोशीले तेवर के कारण लाठीचार्ज के बाद दुष्यंत ओझा को अजमेर जिले से निष्कासित कर दिया था। इसी दौरान अजमेर में स्वामी कुमारनंद व अन्य साम्यवादी नेताओं से भी उनका संपर्क हुआ तथा वो सक्रिय रूप् से कम्यूनिष्ट पार्टी से जुड़ गये। इस दौरान उनकी अगुवाई में कई आंदोलन हुए तथा उनके नेतृत्व में कई टेªड यूनियनों का गठन हुआ।

    इसी दौरान एक सभा में दुष्यंत ओझा भाषण कर रहे थे तो वहां शिवदयाल उपाध्याय उनसे प्रभावित हुए तथा अपनी पुत्री शारदादेवी के विवाह का प्रस्ताव उनके सामने रखा। उनका विवाह बघेरा कैकड़ी जिला अजमेर में हुआ।
    का. दुष्यंत के पिता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय रमेश चंद्र ओझा से विरासत में मिले जीवन मूल्यों, सिद्धान्तों को आजीवन आगे बढ़ाया। गोवा मुक्ति आंदोलन में उनकी सक्रियता के कारण उनको गिरफ्तार होना पड़ा था। शाहपुरा के विकास व यहां के लोगों की मदद करना उनके स्वभाव में था तथा इसके लिए वो हमेशा अगुवा बने रहे।

    आजादी के बाद से शाहपुरा के विकास एवं अन्य सभी महत्वपूर्ण आयोजनों में उनकी अग्रणी भूमिका रही। शाहपुरा से संदर्भित सभी राजनीतिक और सामाजिक सरोकारों से वे सदैव सक्रिय रुप से जुड़े रहे। शाहपुरा में जब भी वे आते तो उनकी मित्र मंडली और उनके चाहने वालों का जमघट जुड़ जाता। क्रांतिकारी बारहठ परिवार के स्मारक से संबंधित कार्यों में उनकी भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी। राजनीति की बारीकियों को समझने में वे चाणक्य के रूप में जाने जाते थे। हर सत्ता और व्यवस्था में प्रांत के सभी दलों के राजनेता उनके मशवरे की कद्र करते थे।

    सामाजिक जड़ताओं, विकृतियों और पारंपरिक सोच के वे सदा विरुद्ध रहे। जैसा वे कहते वैसा ही करने का प्रयास भी करते रहे। देश के सुप्रसिद्ध कवियों,पत्रकारों विचारकों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ उनका सतत संवाद उनकी पत्रकारिता और संभाषण में झलकता रहा।

    दुष्यंत का अर्थ ही होता है बुराई का नाश। स्व. ओझा सदैव सामाजिक और वैचारिक बुराइयों से लड़ते हुए अपने नाम की सार्थकता को प्रकटते रहे। इस मरणधर्मा संसार में एक दिन सभी को जाना है किंतु, जो व्यक्ति इस संसार में आकर समाज के लिए मनसा, वाचा, कर्मणा सदैव सुकृत्य करते हैं वे सदैव स्मरणीय रहते हैं।

  • जहाजपुर:11 माह से नहीं हुआ भुगतान,अब देना होगा पंजीकृत महिला एवं बच्चों को गेहूं व दाल

    जहाजपुर:11 माह से नहीं हुआ भुगतान,अब देना होगा पंजीकृत महिला एवं बच्चों को गेहूं व दाल

    Jahazpur news (आज़ाद नेब) महिला एवं बाल विकास विभाग आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार सप्लाई करने वाले स्वयं सहायता समूह के पिछले मई 2019 से बकाया चल रहे भुगतान नहीं करा पाया। 11 माह से बकाया भुगतान के चलते स्वयं सहायता समूह टूटने के कगार पर है। फिर ऊपर से आदेश जारी किए गए हैं की आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थी धात्री व गर्भवती महिला एवं बच्चों को गेहूं व दाल आंगनबाड़ी कर्मियों द्वारा घर घर जाकर वितरित की जाए।

    महिला एवं बाल विकास निदेशालय जयपुर के आदेश क्रमांक 37609-37946 दिनांक 10 अप्रैल 2020 के अनुसार मस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने-अपने केंद्र के साप्ताहिक पोषाहार बनाने वाले स्वयं सहायता समूह को सूचित करें कि इस महामारी के दौरान अप्रैल माह से आज तक के पंजीकृत लाभार्थियों को गर्भवती धात्री महिला एवं 7 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को पोषाहार के रूप में कच्ची सामग्री गेहूं व चने की दाल देनी है।

    जो इस प्रकार बताई गई है गर्भवती व धात्री महिला को 3 किलो गेहूं 1 किलो चने की दाल एवं 7 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को 2 किलो गेहूं वह 1 किलो चने की दाल के पैकेट बनाकर आंगनबाड़ी कर्मी द्वारा लाभार्थियों के घर घर जाकर वितरण करनी है।

    इनका क्या कहना है

    स्वयं सहायता समूह के बकाया भुगतान अगले सप्ताह तक हो जाएगा। और वर्तमान में जो सामग्री स्वयं सहायता समूह द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी उसका भुगतान तुरंत हो जाएगा।
    नरेंद्र कुमार उपनिदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग भीलवाड़ा

  • अब भीलवाड़ा शहर मे मोबाइल एप्प पर आर्डर देकर घर मंगवा सकेंगे सब्जी व फल

    अब भीलवाड़ा शहर मे मोबाइल एप्प पर आर्डर देकर घर मंगवा सकेंगे सब्जी व फल

    Bhilwara news । शहर में जारी निषेधाज्ञा को देखते हुए प्रशासन ने आवश्यक वस्तुओं में सब्जी और फल की होम डिलीवरी सुनिश्चित करने लिए राहत भरा एक और कदम उठाने जा रहा है। इससे लम्बी कतारों में लगने की समस्या ने निजात मिलेगी वहीं सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी सुनिश्चित की जा सकेगी।

    जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट ने बताया कि वर्चुअल इंफोसिस्टम के सहयोग से एक मोबाइल एप्प बनाई जा रही है जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध रहेगी। इस एप्प पर सब्जियों और फलों के विभिन्न पैकेज उपलब्ध होंगे। शहरवासी आवश्यकतानुसार मोबाइल एप्प के माध्यम से अपना आर्डर कर सकेंगे।

    24 से 36 घण्टे में आर्डर किये गए पैकेज के अनुसार सामग्री की डिलीवरी दिए गए पते पर कर दी जाएगी। वर्चुअल इंफोसिस्टम के नलिन शर्मा ने बताया कि प्रशासन के निर्देश पर उनके द्वारा आमजन की सुविधा के लिए यह एप्प बनाई जा रही है जो शीघ्र ही प्ले स्टोर पर उपलब्ध रहेगी। कृषि उपज मंडी द्वारा सामग्री की होम डिलीवरी सुनिश्चित की जाएगी।

    ये हैं पैकेज

    जिला कलक्टर ने बताया कि सब्जियों के तीन पैकेज बनाये गए हैं। 100 रुपये के पैकेज में एक-एक किलोग्राम मिर्ची, टमाटर, आलू व प्याज होंगे। 100 रुपये के ही दूसरे पैकेज में आधा किलो लहसुन, आधा किलो नींबू व पाव अदरक मिलेगा। 200 रुपये के तीसरे पैकेज में एक- एक किलोग्राम लौकी, भिंडी, तुरई, बैंगन, ग्वारफली, खीरा, टमाटर होंगे। फलों के 200 रुपये के पैकेज में केला, अनार संतरा प्रत्येक एक किलो व पपीता, खरबूझ एक-एक नग वहीं 300 रुपये के पैकेज में आम, सेव, अनार, संतरा प्रत्येक एक किलो व 1 नग तरबूझ मिलेगा।

  • मिसाल- मुस्लिम समुदाय ने राजेन्द्र की अर्थी को दिया कंधा बोले राम नाम सत्य है

    मिसाल- मुस्लिम समुदाय ने राजेन्द्र की अर्थी को दिया कंधा बोले राम नाम सत्य है

    Jaipur news । धर्म और जाति से बडा होता है इंसानियत इसका प्रत्यक्ष उदाहरण आज जयपुर के भट्टा  बस्ती बजरंग नगर मे देखने को मिला जब लॉक डाउन केदौरान ही भट्टा बस्ती निवासी

    लंबे समय से कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहे राजेंद्र बागडी की आज मौत हो गई । घर मे बहन पत्नी और बच्चो के अलावा कोई नही था और लॉकडाउन के इस समय मे परिवार के अन्य सदस्य मौजूद नही हो सके।

    तब वहां के मुस्लिम निवासियों ने इंसानियत का फर्ज निभाते हुए राजेन्द्र बागडी की अर्थी तैयार की और पूरी हिन्दू रीति से अंथिम शव यात्रा निकाली तथा अर्थी को कंधा देते हुए हिन्दू रीति के अनुसार अंथिम यात्रा मे उच्चारण शब्द राम नाम सत्य है सत्य बोल्यां गत है। शव यात्रा शमशान मे पहुंची जहां पूरी हिन्दू रीति से अंतिम संस्कार किया ।

  • कोरोना वायरस-शर्मा की अनूठी पहल फ्री बांट रहे है स्टोबेरी

    कोरोना वायरस-शर्मा की अनूठी पहल फ्री बांट रहे है स्टोबेरी

    Bhilwara news। कोरोना वायरस को लेकर कोहराम मचा हुआ है बचाव और सुरक्षा के मद्देनजर लाॅकडाउन लगा हुआ है सरकार , प्रशासन आमजन को खाद्य सामग्री , सब्जियां, फल , दूध आदि घर बैठे उपलब्ध करा रही है तो वही राजनेतागण, स्वंय सेवी संस्थाएं , सगंठन भी जरूरतमंदो कॅ भोजन के पैकेट, खाद्य सामग्री बाःट रहे है।

    तो कोई क्या कोई क्या इस आपदा की घडी मे मदद कर रहा है शहर मे एक ऐसे शख्स है नगर परिषद कार्यालय के सेवानिवृत्त कार्यालय अधीक्षक तथा वर्तमान मे महेश शर्मा देशी खाद से स्टोबेरी की खेती कर रह है ।

    महेश शर्मा पिछले 1 अप्रैल से कोरोना वायरस की जंग लडने मे लगे पुलिस विभाग,प्रशासनिक अधिकारी, कार्मिको , चिकित्सा विभाग, नगर परिषद के कार्मिक, उपभोक्ता भंडार के कार्मिको को करीब 200 किलो स्टोबेरी फ्री बांट चुके है । महेश शर्मा ने बताया को जब तक लाॅकडाउन रहेगा वह कोरोना से जंग वाले सैनिको को फ्री स्टोबेरी बांटते रहेगें

  • क्वारेंटाइन सजा नहीं सुरक्षा है, आमजन करें अनुशासन का पालन- रघु शर्मा

    क्वारेंटाइन सजा नहीं सुरक्षा है, आमजन करें अनुशासन का पालन- रघु शर्मा

    Jaipur news । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. रघु शर्मा (Dr. Raghu Sharma) ने कहा कि क्वारेंटाइन सजा नहीं सुरक्षा है। आमजन इसका अनुशासन के साथ पालन करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टर्स को भी क्वारेंटाइन के दौरान समय पर ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर देने के साथ अलग-अलग कमरे (लेट-बाथ सहित) उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

    डाॅ. रघु शर्मा ने कहा कि खांसी-जुकाम या कोरोना के किसी भी लक्षण पाए जाने के बाद सेल्फ क्वारेंटाइन रहकर कोरोना पर आसानी से लगाम लगाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि संदिग्ध और कोरोना पाॅजीटिव के लिए क्वारेंटाइन रिकवरी पीरियड होता है, इसमें जितनी सावधानी बरती जाए उतना ही फायदा मरीज को मिलता है।
    22 फीसद से ज्यादा मरीज हुए पाॅजीटिव से नेगेटिव
    डाॅ. रघु शर्मा ने कहा कि भले ही प्रदेश के 25 जिलों तक कोरोना पहुंच गया और संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है लेकिन एक सुखद बात यह भी है अब तक 133 लोग पाॅजीटिव से नेगेटिव हो चुके हैं। इनमें से 63 लोगों को तोे डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए यह फख्र की बात है कि कुल संक्रमितों से 22 फीसद से ज्यादा मरीज उपचार के बाद पाॅजीटिव से नेगेटिव भी हो चुके हैं।

    कोरोना के कुचक्र को तोड़ने के लिए ज्यादा सैंपलिंग जरूरी

    चिकित्सा मंत्री डाॅ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में हालात पूर्णतया नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि रामगंज में कोरोना के कुचक्र को तोड़ने के लिए रूटिन सैंपलिंग के अलावा क्लसटर मैनेजमेंट सैंपलिंग भी की जा रही है। सरकार का जोर ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग पर है। जितने ज्यादा टेस्ट होंगे उतना ही जल्दी हालात का आकलन कर काबू पाया जा सकेगा।

    आमजन अनुशासन में रहे

    डाॅ शर्मा ने आमजन से प्रशासन का पूर्ण सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि भीलवाड़ा में हम इसलिए कामयाब हो सके क्योंकि वहां के प्रशासन, चिकित्सा विभाग और पुलिस का जनता ने हर कदम पर साथ दिया। लाॅकडाउन या कफ्र्यू के दौरान आमजन बिलकुल घर से ना निकलें। सरकार इस दौरान राशन, दूध व अन्य सुविधाएं उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि आमजन अनुशासन में रखकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तो हम इस महामारी को जल्द हरा सकेंगे।

    बयानबाजी नहीं, काम करने का समय 

    चिकित्सा मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए काम कर रही है। ऐसे मंे किसी भी विचारधारा के लोगों को बयानबाजी से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी राजनीति करने का समय नहीं है। इस दौर में केवल और केवल यही सोचना चाहिए कि कैसे आमजन की हिफाजत कर कोरोना से प्रदेश और देश को बचाया जाए
  • निजी अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवाएं जारी रखने के निर्देश

    निजी अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवाएं जारी रखने के निर्देश

    Jaipur News। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के रोहित कुमार सिंह ने प्रदेश के सभी निजी चिकित्सालयों में चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि निर्देशों की पालना नहीं होने की स्थिति में अस्पताल संचालकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जा सकती है।

    सिंह ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान यह बात सामने आई कि कुछ निजी अस्पतालों ने सामान्य ओपीडी, आईपीडी सहित आपातकालीन सेवाएं बंद कर दी हैं। इससे मरीजों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
    उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी ने एक अप्रेल को ही ओपीडी सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे । इसके उपरान्त भी कई निजी अस्पतालों द्वारा मरीजो को आवश्यक सेवाएं प्रदान नही की जा रही हैं और सरकारी अस्पताल में मरीजों को रैफर किया जा रहा है। इससे मरीजों को भी परेशानी हो रही है और राजकीय चिकित्सालयों पर भी अनावश्यक रूप से कार्यभार बढ़ रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए निजी अस्पतालों को पुनः स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।
  • कोरोना वायरस- आखातीज पर इस बार नहीं गूंजेगी शहनाईयां, शादियों पर लगा ब्रेक

    कोरोना वायरस- आखातीज पर इस बार नहीं गूंजेगी शहनाईयां, शादियों पर लगा ब्रेक

    Bhilwara News ।  दुनिया व देश भर, पूरे प्रदेश सहात जिले भर मे कोरोना का कोहराम मचा हुआ है । इस कोरोना के कोहराम के बीच चल रहे लाॅकडाउन का असर शादियों पर भी पडा है इस माह और आगामी महीनो मे होनी वाली शादियां रद्द हो गई है। इससे कई धंधो को नुकसान हुआ है ।

     वर्षभर के श्रेष्ठ अबूझ सावों में से एक आखातीज (अक्षय तृतीया) इस बार 26 अप्रेल को है।  आखातीज पर इस बार शादियों  का सर्वाधिक लोकप्रिय गीत ‘आज मेरे यार की शादी है’ सुनाई नहीं देगा. शहनाई भी नहीं बजेगी और बड़ी संख्या में जोड़े भी विवाह दांपत्य सूत्र में नहीं बंध सकेंगे। सूत्रो के अनुसार  बार आखातीज के दिन प्रस्तावित करीब 50 हजार एकल और सामूहिक विवाह समारोह स्थगित कर दिये गए हैं।

    मई और जून की शादियां टली तो नवंबर में ही होंगे फेरे 

    ज्योतिषियो के अनुसार मलमास खत्म होने के बाद 15 अप्रेल से विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। इसके बाद 20, 25, 26 (अक्षय तृतीया), 27 अप्रेल के मुहूर्त हैं. मई में 1, 2, 4, 6,17,18,19 तारीख को तथा जून में 13,15 व 30 तारीख को मुहूर्त हैं इस दौरान 29 मई से 12 जून तक शुक्र अस्त होने से मुहूर्त नहीं है।  31 जून को देवशयनी एकादशी और 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी है इस प्रकार जुलाई से 24 नवंबर तक विवाह समारोहों पर ब्रेक रहेगा। नवंबर में दूसरा मुहूर्त 30 को तथा दिसंबर में 7 व 9 तारीख को है।

    टैंट और हलवाइयों की एडवांस बुकिंग रद्द

    कोराना के कहर के कारण टैंट और सराफा से लेकर हलवाइयों की एडवांस बुकिंग रद्द होने लग गई है । विवाह स्थल समिति के पदाधिकारियों के मुताबिक प्रदेशभर में इस अवधि में 50,000 से अधिक एकल और सामूहिक विवाह सम्मेलन नहीं होंगे। 30 अप्रेल तक लॉकडाउन लागू रहेगा ऐसे में 26 अप्रेल को आखातीज पर होने वाली शादी समारोह को लेकर अब लोग मैरिज गार्डन, कैटरर्स, टेंट और बैंड की बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं इससे सराफा सहित अन्य क्षेत्र में कारोबार प्रभावित हो रहा है.

    व्यापारी और किसान के लिए आखातीज का सावा अहम

    लॉकडाउन को लेकर बड़े व्यापारियों सहित राज्य का किसान भी चिंतित है. ज्योतिषचार्यों के मुताबिक आखातीज का दिन व्यापार जगत और किसानों के लिए भी खास होता है। पैसे का अधिकतर लेनदेन इसी दिन होता है. कोरोना के कारण इस बार 26 अप्रेल को अक्षय तृतीया पर शादियों के अबूझ मुहूर्त पर भी ग्रहण लग गया है। लॉकडाउन बढ़ने की आशंका के चलते अक्षय तृतीया के साथ ही मई ,जून में होने वाली शादियां भी टल रही हैं।।
  • प्रदेश में 14 अप्रैल तक जारी किए गए पास अगले आदेशों तक वैध- राजीव स्वरूप

    प्रदेश में 14 अप्रैल तक जारी किए गए पास अगले आदेशों तक वैध- राजीव स्वरूप

    Jaipur news । अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजीव स्वरूप ने प्रदेश में 14 अप्रैल से पुलिस की ओर से निर्धारित पास जारी करने के आदेश के मामले में विभिन्न संस्थानों एवं लोगो से प्राप्त कन्सर्न पर इस मामले में डीजीपी के साथ समीक्षा की। राजीव स्वरूप ने इसकी समीक्षा के उपरांत बताया कि पास की वर्तमान प्रणाली अगले आदेशों तक जारी रहेगी।

    इसलिए विभिन्न प्राधिकरणों द्वारा जारी किए गए वर्तमान पास और मीडिया सहित आधिकारिक या कंपनी द्वारा जारी आईडी के आधार पर यात्रा करने की अनुमति वाले व्यक्तियों की श्रेणी अगले आदेशों तक वैध बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल तक जारी किए गए पास स्वचालित रूप से तब तक वैध बने रहेंगे, जब तक कि समान पास की व्यवस्था लागू नहीं हो जाती।

    इन पासों का नवीनीकरण कराने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। राजीव स्वरूप ने बताया कि पुलिसकर्मियों को इस संबंध में स्पष्ट रूप से निर्देश दिये जा रहे हैं ताकि अनुमत व्यक्तियों को असुविधा नहीं हो। राजीव स्वरूप ने बताया कि अलग-अलग अधिकारियों की ओर से समान प्रारूप में विभिन्न श्रेणियों के लिए ऑनलाइन आवेदन और पास जारी करने की प्रणाली परीक्षण के उन्नत चरण में है।

    नवीन प्रणाली लॉन्च करने के बाद संबंधित विभाग के विभिन्न प्राधिकृत अधिकारियों के अनुसार अलग-अलग श्रेणियों को पास जारी किए जाएंगे। इस तरह के पास जारी किए जाने से अनुमत लोगों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा और पुलिस के लिए भी लागू करना आसान होगा।

  • कोरोना वायरस-भीलवाड़ा , टोंक मे घरो से बाहर निकलने पर रहेगा पूर्व प्रतिबंध, अन्य जिलो मे क्या पढे

    कोरोना वायरस-भीलवाड़ा , टोंक मे घरो से बाहर निकलने पर रहेगा पूर्व प्रतिबंध, अन्य जिलो मे क्या पढे

    Jaipur news । राजस्थान मे कोरोना वायरस का कोहराम और पोजिटिव रोगियों की लगातार बढ रही संख्या के बाद लाॅकडाउन 30 अप्रैल तक बढाने का लगभग निश्चय हो गया है और इसकी औपचारिक घोषणा आज शाम तक हो जाएगी । लाॅकडाउन के दौरान क्या लहेगा किथनी छूट कहा-कहा और किस-किस को देनी है इस सबंधं मे मुख्यमंत्री अध्यक्षता में हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक में कुछ बिन्दुओं पर निर्णय हुआ और मंथन हुआ है जिस पर आज मोहर लग सकती । बैठक के निर्णयो के मुताबिक भीलवाड़ा और पडौसी जिला टोंक मे लाॅकडाउन पूरी तरह सख़्ती से रहेगा किसी भी तरह की छूट नही होगी और घरो से निकलने पर पूर्ण प्रतिबंध होगा

    _प्रदेश सरकार ने यह किया निश्चय

    1  सभी जिलों में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। जिलों के दो वर्ग होंगे। ए वर्ग में वे जिले होंगे जहां 14 अप्रैल तक एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला है। वर्ग बी में वह जिलेे होंगे जहां पॉजिटिव केस मिल चुके हैं या 14 अप्रैल तक और मिलने की आशंका है।_
    _ए वर्ग वाले जिलों में कुछ रियायतें दी जाएंगी।_
    _बी वर्ग वाले जिलों में प्रतिबंध पूरी तरह से जारी रहेगा।

    2 जिलों में चिह्नित किए गए हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में किसी भी तरह का मूवमेंट पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। यहां प्रशासन राशन और अन्य जरूरी सामान की व्यवस्था करेगा।

    3. 30 अप्रैल तक प्रदेश में कहीं भी पांच से अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध रहेेगा और धारा 144 लागू रहेगी।_

    4. 31 मई तक पूरे प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेंसिंग की नीति भी इसी तारीख तक लागू रहेगी।__

    5. वर्ग बी के जिलों की सीमाएं सील रहेंगी और सामान का परिवहन भी जिलों की सीमा के अंदर नहीं होगा। वर्ग ए के जिलों में जिलाधिकारी की अनुमति से परिवहन में रियायत दी जा सकती है। वर्ग ए और वर्ग बी वाले जिलों के बीच कोई आवागमन नहीं होगा। वर्तमान में लागू पास मान्य होंगे। स्वास्थ्य परीक्षण आदि जारी रहेगा।

    6. हॉटस्पॉट वाले इलाकों को छोड़कर जोखिम का आकलन कर डीएम निर्माण, औद्योगिक उत्पादन और खनन की अनुमति दे सकेंगे।_

    7. स्टांप एवं रजिट्रेशन की सभी जिलों में नियमों के अधीन अनुमति।_

    ये भी हुआ निर्णय

    8. ये रहेंगे बिलकुल बंद* : होटल, धर्मशाला, होम स्टे, मॉल, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, जिम, रेस्टूरेंट, बार, धार्मिक संस्थान आदि बंद रहेंगे। जिलाधिकारी की अनुमति के बिना किसी कार्मिक या अन्य व्यक्ति को हटाया नहीं जाएगा।_

    9. हॉटस्पॉट को छोड़कर इनको रहेगी अनुुमति : खेती किसानी, बागवानी, मौन पालन, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन, कटाई बुवाई आदि को अनुमित रहेगी। राज्य की सीमा से बाहर और वर्ग बी वाले जिलों से श्रमिक नहीं लाए जा सकेंगे।_

    10. 15 मई तक प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।_

    11. अस्पतालों आदि को छोड़कर 15 मई तक प्रदेश मे एयर कंडीशनर के उपयोग पर भी रोक।_

    12. रियायत : वर्ग ए वाले जिलों के बीच सात बजे से लेकर एक बजे के बीच खुद के वाहनों से यात्रा हो सकेगी। वर्ग ए और वर्ग बी वाले जिलों के बीच वाहन नहीं चलेेंगे, केवल आवश्यक सामान की ढुलाई हो सकेगी।_

    13. वर्ग ए वाले जिलों सहित अगर कहीं कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आते हैं तो प्रतिबंध अधिक सख्त किए जाएंगे।_

    14. क्वारंटीन होने वालों को इधर-उधर आने-जाने की इजाजत नहीं होगी।

    15. सभी निजी अस्पताल और अन्य चिकित्सीय संस्थाएं प्रदेश में खुली रहेंगी और सोशल डिस्टेंस नीति का पालन होगा।_

    16. सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मनरेगा को वर्ग ए जिलों में अनुमति होगी।_

  • जहाजपुर:SDM ने सब्जी मंडी में कि कार्रवाई, रोड़ पर फेंके ककड़ी टमाटर

    जहाजपुर:SDM ने सब्जी मंडी में कि कार्रवाई, रोड़ पर फेंके ककड़ी टमाटर

    Jahazpur news (आज़ाद नेब) । उपखंड अधिकारी उम्मेद सिंह राजावत ने सब्जी मंडी पहुंचकर सोशल डिस्टेंसिंग न रखने पर मंडियों को तत्काल बंद करवा कर सब्जियों को रोड पर फेंक दियें।

    गौरतलब है कि कल खबर लगने के बाद प्रशासनिक अधिकारी मामले को गंभीरता से लिया ओर नगर पालिका अधिशासी अधिकारी प्रवीण शर्मा ने सभी मंडी के आढ़तियों सूचना दी की अब सब्जी मंडी कृषि उपज मंडी में लगेगी लेकिन सब्जी मंडी वालों की हठधर्मिता के चलते यथा स्थान पर ही मंडी का संचालन चालू रखा।

    प्रशासन के आदेशों की अनदेखी के चलते आज मय पुलिस जाब्ते के कार्रवाई की है। उपखंड अधिकारी व अधिकारी कार्रवाई करने के लिए लेट पहुंचे इससे पहले ही मंडी से खरीदार जा चुके थे।

    अधिशासी अधिकारी प्रवीण शर्मा ने बताया कि कल से कृषि उपज मंडी परिसर में सब्जी मंडी नहीं लगाई गई तो सभी बस स्टेशन स्थित सब्जी मंडी मे लगने वाली आड़तियों की दुकानों को सीज किया जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस कार्रवाई के दौरान आसपास के घरों में लोग छत पर चढ़कर हो रही कार्रवाई को देख रहे थे।

  • देवली : एंबुलेंसकर्मी कालोनी के लोगो के व्यवहार से आहत, तहसीलदार जोशी ने लिया एक्शन

    देवली : एंबुलेंसकर्मी कालोनी के लोगो के व्यवहार से आहत, तहसीलदार जोशी ने लिया एक्शन

    Deoli News : देवली की बिसलपुर कॉलोनी के लोगों के व्यवहार से दिन रात कोरोना संक्रमण से लड़ रहे कोरोना वारियर्स एंबुलेंसकर्मी आहत हैं। इस दौरान कोलोनी के लोग एंबुलेंसकर्मियों पर कोरोना फैलाने की आशंका जता रहे है।

    एंबुलेंसकर्मियों ने बताया कि ड्यूटी के बाद वे जब कॉलोनी में अपने क्वार्टर पर जाते हैं तो, लोग उन्हें कह रहे हैं कि तुम्हारी वजह से यहां कोरोना संक्रमण हो सकता है। लोगों का इस बर्ताव को देखकर एंबुलेंसकर्मियों का मन काफी दुखी हैं। इससे नाराज होकर उन्होंने विभाग को कार्य के बहिष्कार की चेतावनी दी। बाद में देवली तहसीलदार ने रमेश चंद जोशी ने मामले की गंभीरता को लेकर देवली पुलिस को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस ने कॉलोनी के लोगों को एंबुलेंस कर्मियों को सहयोग करने के लिए पाबंद किया। साथ ही इसकी अवहेलना करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी।

     

  • गुलाबपुरा पालिका की ओर से लगाई गई तीन स्थानों पर सेनेटाइज केव

    गुलाबपुरा पालिका की ओर से लगाई गई तीन स्थानों पर सेनेटाइज केव

    Shahpura news / मूलचन्द पेसवानी  ।  भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा में रविवार को टीकम चैराहे पर लगाई गई केव का पुलिस उपाधीक्षक अजयसिंह शेखावत ने बटन दबाकर शुरुआत की। इसी प्रकार पुलिस थाना व चिकित्सालय परिसर में सैनिटाइजर केव लगायी गयी है।
    नगर पालिका गुलाबपुरा के चेयरमैन धनराज गुर्जर लगातार कोराना संक्रमण महामारी के चलते पूरे जोर शोर से सेवाएं दे रहे हैं।

    वहीं लोक डाउन के दौरान शहर में व्यवस्थाओं को अंजाम तक पहुंचा रहे समस्त प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों को सैनिटाइज करने हेतु शहर में टीकम चैराहे पुलिस थाना व चिकित्सालय परिसर में सैनिटाइजर केव बनाई गई, जिसका आज स्थानीय टीकम चैराहे पर पुलिस उपाधीक्षक अजय सिंह शेखावत ने बटन दबाकर शुभारंभ किया।

    इस दौरान सीआई दलपत सिंह राठौड़, तहसीलदार सोहनलाल, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी बीएल मीणा, विजयसिंह राठौड़,चिकित्सक जीएल गुप्ता, पालिका अध्यक्ष धनराज गुर्जर, पार्षद बलवीर मेवाड़ा, महामंत्री हरीश शर्मा, विकास मेवाडा, पार्षद सांवर नाथ योगी, समाज सेवी दीन दयाल गुर्जर, सोमेश्वर शर्मा सहित कई पुलिसकर्मी व गणमान्य मौजूद थे।