नई दिल्ली। मानसून के हालात के चलते इस बार अक्टूबर-नवंबर में मौसम कम गर्म रहेगा इसलिए सर्दी जल्दी आ सकती है। उत्तर भारत से इसकी विदाई में करीब 22 दिनों की देरी हो गई और अभी आने वाले एक हफ्ते तक इसके बने रहने का अनुमान है। ऐसे में बारिश का दौर जारी रहने से तापमान में गिरावट की संभावना है।
सितंबर में अच्छी बारिश के कारण गर्मी में कमी आई है और औसत तापमान दो-तीन डिग्री तक कम रहा है। मानसून के सक्रिय रहने का प्रभाव अक्तूबर के तापमान पर भी पड़ेगा। धरती में नमी की मात्रा अधिक होने से तापमान में दो डिग्री तक की कमी बनी रह सकती है।
देश में अक्टूबर गर्म रहता है और नवंबर मध्य तक भी गर्मी महसूस की जाती है लेकिन इस बार अक्तूबर-नवंबर में गर्मी कम होगी। इसलिए सर्दी की दस्तक जल्दी महसूस हो सकती है। मानसून की देर तक सक्रियता से रबी की फसलों को फायदा होगा। जिन क्षेत्रों में सिंचाई के साधन नहीं हैं, वहां रबी की फसलों खासकर दलहनी फसलों की बुवाई के लिए पर्याप्त नमी मिल जाएगी। इसलिए दलहन की बुवाई का क्षेत्रफल बढ़ने की संभावना है।
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