लखनऊ/ प्रदेश की धर्म नगरी अयोध्या में कोतवाली नगर के खवासपुरा स्थित एक किराए के मकान में रहने वाली युवा महिला बैंक अधिकारी ने फांसी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली ।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है जिसके आधार पर महिला बैंक अधिकारी ने अपने ही बैंक के एक अधिकारी एक पुलिस अधिकारी सहित तीन जनों से परेशान होकर और मजबूर होकर आत्महत्या करना बताया है । पुलिस ने सुसाइड नोट को अपने कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है ।
लखनऊ के सेक्टर 13 राजाजीपुरम मैं रहने वाले राजकुमार गुप्ता की पुत्री श्रद्धा गुप्ता(30) अयोध्या स्थित सुभाष चंद्र बोस मार्ग स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में बैंक अधिकारी( प्रोबेशनर) थी और अयोध्या में कोतवाली नगर स्थित खवासपुरा मैं विष्णु अग्रवाल के मकान में किराए से रहती थी और पंजाब नेशनल बैंक में 2017 से ही वह कार्यरत थी।
पुलिस के अनुसार घटना की जानकारी तब मिली जब श्रद्धा गुप्ता के परिजन उसके मोबाइल पर कॉल कर रहे थे लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो पा रही थी और ना ही मोबाइल ऑनलाइन दिखा था इस पर परेशान होकर परिजनों ने मकान मालिक विष्णु अग्रवाल को फोन किया तब विष्णु अग्रवाल ने बैंक अधिकारी श्रद्धा के कमरे में खिड़की से देखा तो श्रद्धा का पैर लटकता नजर आया इसकी मकान मालिक ने परिजनों को सूचना देते हुए।
अप्रिय घटना की आशंका जताई और तत्काल पुलिस को सूचना दी इधर परिजन भी सूचना मिलते ही अयोध्या पहुंच गए परिजनों की मौजूदगी में एसएसपी शैलेश कुमार पांडे नगर कोतवाल सुरेश पांडे व अन्य पुलिसकर्मी ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो श्रद्धा फंदे से लटकी मिली पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया ।
बैंक अधिकारी श्रद्धा के शव के पास ही एक सुसाइड नोट मिला इस सुसाइड नोट में अपनी मौत की वजह विवेक गुप्ता आशीष तिवारी (एस एस एफ हेड लखनऊ) और अनिल रावत पुलिस अधिकारी फैजाबाद को बताया सुसाइड नोट में श्रद्धा ने लिखा मम्मी पापा मेरी मौत के जिम्मेदार यह तीनों है आई एम सॉरी फॉर दिस ।
बताया जाता है कि सुसाइड नोट में लिखा विवेक गुप्ता का नाम है इस विवेक गुप्ता से श्रद्धा की सगाई की बात चल रही थी लेकिन सगाई नहीं हुई थी पुलिस ने इस सुसाइड नोट के आधार पर जांच पड़ताल शुरू कर दी है ।