सभी चीजें मिलेंगी महंगी
नई दिल्ली । गिरते रुपये ने नवरात्रों, दशहरा, दिवाली के त्योहार को आम ग्राहक के लिए महंगा कर दिया है। थोक बाजारों में जुलाई से अब तक ज्यादातर फेस्टिव इम्पोर्ट हो चुका। इस बार ग्राहकों को इलेक्ट्रिकल लाइटिंग, ड्राई फ्रूट्स, गिफ्ट-पैक 20-30फीसदी तक महंगा मिलना तय है, क्योंकि अब रुपये में आगे तेजी से भी त्योहारों तक कीमतों में नरमी नहीं आने वाली।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलईडी लाइट्स के दाम घटने और चीनी सामान पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ने के बावजूद रुपये में जबरदस्त कमजोरी के चलते भारत में चाइनीज सामान 15-20% महंगे आ रहे हैं। डॉलर के मुकाबले चाइनीज करंसी भी गिरी है, लेकिन रुपये की गिरावट इस अवधि में सबसे ज्यादा रही है। डॉलर में भुगतान के चलते डीलर्स की लागत बढ़ी है। इस दिवाली लाइट्स कम से कम 15-20% महंगे मिलेंगे।
इधर डाई फ्रूट अमेरिका से आते हैं, जबकि काजू, पिस्ता व दूसरे प्रॉडक्ट्स भी इम्पोर्ट पर निर्भर हैं। जहां एक ओर इस साल रुपया 12% से ज्यादा गिरा है, सरकार ने अमेरिकी ड्राई फ्रूट्स पर टैरिफ भी बढ़ाए हैं। इससे कीमतें बढ़ी हैं।
सभी किस्मों के ड्राई फ्रूट्स की थोक कीमतें पिछले साल के मुकाबले 20-30% तक बढ़ चुकी हैं। रुपये में और गिरावट की अटकलों से इम्पोर्टर दिवाली के सौदे जल्द से जल्द निपटा रहे हैं। आगे अगर देसी करंसी थोड़ी मजबूत भी हुई तो ग्राहकों को बहुत राहत मिलती नहीं दिख रही।
पिछले साल 650 से 800 की रेंज बिकने वाला बादाम 700-1100 रुपये किलो हो चुका है। अमेरिकी और ईरानी पिस्ता के दाम 15-20% चढ़कर 1100 रुपये किलो तक जा पहुंचे हैं। चॉकलेट, क्रॉकरी और गिफ्ट आइटमों के बाजार में भी इम्पोर्टर रुपये की सेहत को लेकर बहुत भरोसेमंद नहीं हैं और त्योहारी सौदे जल्द निपटाने में लगे हैं। यहां भी कीमतें 30% तक बढ़ चुकी हैं।
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