नई दिल्ली। तीन तलाक पर अध्यादेश आने के बाद यूपी के बिजनौर में मामला दर्ज हुआ है। मामला, पीड़िता की मां की तरफ से दर्ज कराया गया है। इसमें खास यह है कि
पहले तीन तलाक और फिर निकाह की यह पूरी घटना बिजनौर की देहात कोतवाली
पुलिस की मौजूदगी में ही हुई और पुलिस खड़ी देखती रही। आरोपी पुलिसवालों
के खिलाफ जांच कराई जा रही है।
बिजनौर के पावटी गांव की सल्तनत का निकाह बरुकी निवासी गुलफाम के साथ 15
जुलाई 2018 को हुआ था। सल्तनत की मां शहनाज के मुताबिक 23 सितंबर को
पंचायत के दौरान दामाद गुलफाम ने अपनी प्रेमिका के पिता नजाकत के दबाव
में आकर सल्तनत को फोन पर ही तलाक दे दिया। इसके बाद तत्काल ही अपनी
प्रेमिका से निकाह भी कर लिया।
इस मामले में बरुकी के ही हाजी इकबाल, शराफत, चांद शाह, अनीस अहमद ने भी
गुलफाम का साथ दिया। 23 सितंबर को यह पूरा घटनाक्रम कोतवाली देहात पुलिस की मौजूदगी में ही हुआ। पुलिसवालों ने पहले तीन तलाक कराने और फिर गुलफाम का निकाह उसकी प्रेमिका से कराने में पूरा साथ दिया। बताया जा रहा है कि गुलफाम का गांव
की एक युवती से अफेयर था, लेकिन उसके घरवालों ने उसकी मर्जी के बगैर उसकी
शादी सल्तनत से करा दी।
शादी न होने से नाराज गुलफाम की प्रेमिका उसके घर पहुंच गई थी। घर में प्रेमिका ने शादी को लेकर जमकर हंगामा किया, जिसके बाद मामला थाने तक पहुंच गया। प्रेमिका खुदकुशी की धमकी दे रही थी। हंगामा बढ़ते देख प्रेमिका के पिता के दबाव में गुलफाम ने फोन पर ही
पत्नी को तलाक दे दिया और थाने में ही शादी कर ली। लखनऊ के हजरतगंज स्थित महिला थाना में घरेलू हिंसा और दहेज उत्पीड़न की धाराओं में दर्ज मामले को भी तीन तलाक अध्यादेश के तहत दर्ज किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक सआदतगंज निवासी मीरा ने शनिवार को पति मोहर्रम अली के
खिलाफ घरेलू हिंसा करने, मारपीट के चलते गर्भपात होने और तीन तलाक देने
की शिकायत की थी।
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