महाराष्ट्र / गर्मी के सीजन में ठंडक के लिए मध्यम वर्गीय या गरीब तबके के व्यक्ति कूलर का उपयोग करते हैं और आपने कभी यह नहीं सुना होगा कि कूलर की ठंडी हवा से किसी की मौत हो सकती है या कूलर की ठंडी हवा चली बन सकती है जो मौत का कारण भी बन सकती है जी हां यह सच है ऐसा ही कुछ हुआ है महाराष्ट्र प्रदेश के नासिक जिले में जहां एक कूलर की ठंडी हवा उस समय गैलीलियो यमराज बन कर काल बन गई और परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई ।
जी हां यह सच है नासिक जिले के बागलाण तालुका के महड गांव में रहने वाले जीभाऊ सोनवणे का परिवार रहता है। इस परिवार के 4 सदस्य दिन भर के काम काज के बाद खाना खाकर कमरे में सोने गए । कूलर की ठंडी हवा में ये लोग रात भर सोए । परिवार के बाकी सदस्य घर से बाहर जाकर खुली हवा में सो गए । जब सुबह हुई तो कमरे में कूलर की हवा में सोने वाले परिवार के चारों सदस्यों की तबीयत बिगड़ चुकी थी ।
तुरंत इन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और प्राथमिक जांच के बाद के उन्हें ग्रामीण उपजिला अस्पताल में लाया गया इसके बाद डॉक्टरों ने इन्हें नासिक के जिला अस्पताल में भेज दिया । इलाज के दौरान एक के बाद एक तीन लोगों की मौत हो गई। एक की हालत गंभीर बनी हुई है । मरने वालों में 68 साल के बालू, उनका पोता राहुल और पोती नेहा है। बहू सरिता जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।
घटनास्थल के पास से मिली सभी चीजों के सैंपल्स की जांच कर रही है। कूलर के पास खेती के काम में इस्तेमाल में लाए जाने वाले कीटनाशक द्रव्य रखे हुए पाए गए हैं। फिलहाल यही अंदाज लगाया जा रहा है कि कूलर की हवा इन कीटनाशक द्रव्यों से मिलकर जहरीली हो गई। कमरे का दरवाजा बंद होने की वजह से कमरे में नाइट्रोजन का स्तर बढ़ गया । यह प्राथमिक तौर पर अनुमान बागलण तालुका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने लगाया है। फिलहाल घटनास्थल में पाई गई चीजों के सैंपल पुणे के प्रयोगशाला में भेजा गया है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह साफ हो पाएगी।परिवार के जो सदस्य बाहर खुली हवा में सोए थे वह एकदम स्वस्थ हैं ।