मूंछे रखने पर सिपाही सस्पेंड, राजपूत हूं मूंछे नही कटाऊंगा , चाहे नौकरी…

भोपाल/ भारतीय संस्कृति में मूंछे आन और बान शान का प्रतीक मानी जाती है यही नहीं मूछों को लेकर तो देश में कई जगह प्रतियोगिताएं तक आयोजित होती हैं लेकिन एक सिपाही के लिए आन बान और शान का प्रतीक मूछे रखना उस समय दुश्वार हो गया जब पुलिस विभाग ने स्टाइलिश मुझे रखने के मामले में नौकरी से निलंबित कर दिया।

यह सत्य घटना है मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की जहा भोपाल पुलिस के एमटी पुल विभाग में चालक के पद पर तैनात आरक्षक राकेश राणा कै साथ घटित हुई है । सिपाही राणा को उसकी स्टाइलिश मूंछों की वजह से सस्पेंड कर दिया गया। घुमावदार मूंछें रखने के उसके शौक को पुलिस विभाग के नियमों के मुताबिक अनुशासनहीनता माना गया। रोचक यह कि जब मध्य प्रदेश पुलिस के इस सिपाही को मूंछें कटवाने को लेकर समझाइश दी गई, तो उसने इसे अपनी संस्कृति और सम्मान से जोड़ते हुए कहा कि कुछ भी हो जाए, लेकिन वह अपनी मूंछें नहीं कटवाएगा।।

आरक्षक राकेश राणा के निलंबन आदेश में लिखा गया है कि इसका टर्न आउट चेक करने पर पाया गया कि उसके दाढ़ी के बाल बढ़े हुए हैं और मूछें घुमावदार डिजाइन में रखी गई हैं, जिससे टर्नआउट भद्दा दिख रहा है।

गेटअप में सुधार पर सिपाही ने दिया ये जवाब- आरक्षक राकेश राणा को टर्न आउट चेकिंग के बाद विभाग की तरफ से उसे उसके गेटअप में सुधार करने का आदेश दिया गया लेकिन आरक्षक ने अपनी मूंछें कटवाने से साफ इनकार कर दिया।। इस पर विभाग ने आरोपी सिपाही को निलंबित करने का आदेश जारी किया। निलंबन अवधि में आरक्षक को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा ।।

राजपूत हूं, नहीं कटवाऊंगा मूंछें-

आरक्षक राकेश राणा ने निलंबन के बाद इस विभागीय फैसले पर सवाल उठाया है और मीडिया के साथ बातचीत में उसने कहा कि जब आईपीएस या दूसरे बड़े अधिकारी घनी और स्टाइलिश मूंछें रख सकते हैं, तो एक सिपाही क्यों नहीं रख सकता । राकेश ने कहा कि वह राजपूत परिवार से है, जिसमें मूंछें स्वाभिमान का प्रतीक मानी जाती हैं, इसलिए वह किसी भी हालत में मूंछें नहीं कटवाएगा. राकेश ने कहा कि वह निलंबन स्वीकार कर लेगा, लेकिन अपनी मूंछें नहीं कटवाएगा ।