नवजात बच्चे चुरा लाखों रूपये में बेचने वाले गिरोह का खुलासा,राजस्थान की महिला सहित 3 गिरफ्तार, चालक की सजगता से..

हरियाणा/ देश की राजधानी दिल्ली सहित अलग-अलग जगह से नवजात बच्चे(Navjat) चुराकर उन्हे लाखो रूपये मे बेचने वाली गैग का एक टैक्सी चालक (Taxi driver) की सूझबूझ और सजगता से गुरूग्राम पुलिस(Gurugram Police) ने खुलासा करते हुए राजस्थान (Rajasthan) की एक महिला व युवक तथा दिल्ली की एक युवती को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से दो नवजात बच्चियां भी बरामद की है जो चुराई जाकर राजस्थान मे 3 लाख मे बेचने जा रहे थे ।

एसीपी क्राइम प्रीतपाल के अनुसार गुरूग्राम के डीएलएफ फेस – 3 पुलिस थाना मे नाथूपुर(गुरूग्राम) निवासी टेक्सी चालक उमेश पुत्र विशम्बर लोहिया टैक्सी सहित थाने आया और बताया की वह दिल्ली से अपने गांव नाथूपुर गाड़ी से आ रहा था। जब वह धौला कुआं के पास पहुंचा तो दो महिलाओं ने गाड़ी रुकवाने का इशारा किया। दोनों की गोद में नवजात बच्चे थे।

उनके साथ एक व्यक्ति भी था। उन्होंने उससे इफको चौक गुरुग्राम में छोडऩे के लिए कहा। धौला कुआं से थोड़ी दूर चलने के बाद उन्होंने कहा कि क्या वह उन्हें अलवर छोड़ सकता है। इसकी हामी भरते हुए उसने 3 हजार रुपये किराया बताया। गाड़ी में बैठे व्यक्ति ने कहा कि वह उसे 4 हजार रुपये देगा।

पहले उन्हें अलवर तक ले जाए और फिर वापस दिल्ली के मंदिर रघवीर नगर छोड़ दे। वह उन्हें लेकर अलवर चल दिया। इसके कुछ देर बाद महिला ने कहा कि उन्हें अलवर नहीं जाना और गाड़ी वापस मुड़वा ली। उसको कुछ संदेह हुआ कहीं वे बच्चे चोरी करके तो नहीं लाए।

वह दोनों महिलाओं व व्यक्ति को गाड़ी में बिठाए हुए ही डीएलएफ फेज-3 पुलिस थाना गुरुग्राम पहुंच गया और सारी घटना पुलिस को बता दी जहां पुलिस ने तीनो को पकड कर सख्ती से पूछताछ शुरू की गई।

7 साल से चुरा रहे है नवजात बच्चे

थाना के निरीक्षक मनोज कुमार के मुताबिक आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि वे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर बच्चों को चोरी करते हैं। जहां इन्हें अच्छे रुपए मिलते हैं वही पर बच्चों को बेच देते है। इनके कब्जा से बरामद हुई दोनों बच्चियां इन्हें इनके साथियों ने दिल्ली से चोरी करके दी थी। इन बच्चियों को तीन लाख रुपयों में अलवर में बेचने के लिए डील तय की हुई थी।

रुपए कम करने के कारण इनकी डील कैन्सिल हो गई। आरोपियों की पहचान सुरिन्द्र कौर निवासी अलवर, नेहा निवासी दिल्ली और हरजिन्द्र सिंह निवासी जिला अलवर के रूप में की गई है। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में यह भी पता चला कि वे वर्ष 2014 से बच्चे चोरी करके बेचने का काम कर रहे है।

टेक्सी चालक को 25 हजार का इनाम और..

एसीपी प्रीतपाल ने टेक्सी चालक उमेश लोहिया की इस बहादुरी और सजगता के लिए पुलिस विभाग द्वारा पुलिस आयुक्त की और से 25 हजार रूपये व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा ।