दिल्ली । आतंकवादियों को शरण देने वाले पाकिस्तान पर ईरान मध्य रात्रि को अलग-अलग जगह पर एयर स्ट्राइक की है ईरान ने यह एयर स्ट्राइक पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जैश अल-अदल आतंकी संगठन के अलग-अलग ठिकानों पर की है ।
इस और स्त्री के की जानकारी स्वयं ईरान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी आईआरएनए ने साझा की और इसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी इस एयर स्ट्राइक होने की जानकारी दी है ।
ईरान द्वारा की गई इस एयर स्ट्राइक पर पाकिस्तान की ओर से बयान दिए गए हैं कि ईरान का यह कदम गलत है और ईरान को इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे ईरान के डिप्लोमेंट को भी तलब किया गया है।
ईरानी मीडिया के अनुसार पाकिस्तान के जिस इलाके में हमला किया गया उसे ग्रीन माउंटेन के नाम से जाना जाता है। इस एयर स्ट्राइक में बताया जाता है कि दो बच्चों की मौत हो गई और कुछ घायल हो गए हैं
इस एयर स्ट्राइक के पीछे क्या कारण रहा
ईरान एक शिया बहुल देश है जबकि पाकिस्तान में करीब 95% से अधिक आबादी सुनाई है पाकिस्तान के सुन्नी संगठन ईरान का विरोध करते रहे हैं इसके अलावा बलूचिस्तान का जैश अल-अदल आतंकी संगठन ईरान की सीमा में घुसकर कई बार वहां की सेवा पर हमला करता रहा है और ईरान सरकार कई बार पाकिस्तान को आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने की चेतावनी दे चुकी है ।
लेकिन इसके बाद भी पाकिस्तान द्वारा आतंकी संगठनों पर लगाम नहीं लगाने और उनका समर्थन करने से ईरान नाराज है विदित है कि सन 2015 में ईरान और पाकिस्तान के रिश्ते काफी खराब हो गए थे ईरान के आठ सैनिक पाकिस्तान से ईरानी क्षेत्र में घुसे आतंकवादियों के साथ संघर्ष में 8 सैनिक मारे गए थे यह आतंकी भी जैश अल अदल के थे ।
तब इस घटनाक्रम को लेकर ईरान ने कहा था की जवाबी कार्रवाई जरूर करेंगे 2021 में भी फरवरी के महीने में ईरान सेवा के कमांडोज ने पाकिस्तान में घुसकर एक सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था और यह सर्जिकल स्ट्राइक भी आतंकी संगठन जैश अल अलद द्वारा ईरान के दो सैनिकों को अगवा कर लिया गया था उनके चंगुल से आजाद करने के लिए इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था ।
बताया जाता है कि आतंकी संगठन जैश अल अदल ने भी ईरान में घुसकर ईरानी सैनिकों की बस पर हमला किया था इस हमले में भी कई ईरानी सैनिक शहीद हुए थे और दर्जनों घायल हो गए थे 2018 में भी आतंकी संगठन ने 14 ईरानी सैनिकों का अपहरण कर लिया था।
इनमें से पांच सैनिकों को 1 महीने बाद छोड़ा गया था बताया जाता कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में शून्य आबादी अधिक है और उसके आतंकवादी बार-बार सिया देश ईरान के सैनिकों पर हमला करते रहते हैं इससे पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव बना रहता है।