दमोह / महिला की हत्या की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। महत्वपूर्ण बात यह है कि अध जली बीड़ी और धागे का टुकड़ा यह दोनों ही अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश करने में सहायक सिद्ध हुए।
शुक्रवार को स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक डीआर तेनिवार ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि जिले के पथरिया थाना अंतर्गत आने वाली ग्राम चिरोला में गत 13 जुलाई को पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि एक मकान में महिला का शव पड़ा हुआ है।
जिस पर पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए जांच प्रारंभ की। एफएसएल और गठित पुलिस की टीम ने बारीकी से केस की विवेचना प्रारंभ की और 48 घंटे में मामले का खुलासा करने में सफलता प्राप्त की है।
बीड़ी, धागा और मस्तराम–
उक्त हत्याकांड के खुलासे में अधजली बीड़ी का टुकड़ा और धागा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महिला का हत्यारा उसका पड़ोसी 60 वर्षीय मस्तराम निकला।
मामले के संबंध में पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार ने बताया कि घटना की रात में आरोपित मृतिका के घर गया था लगभग 1 घंटे वहां रुका मृतिका ने आरोपित से खेत के मजदूरों का भुगतान करने के लिए 2000 की मांग की आरोपित द्वारा मना करने पर मृतिका ने जब आरोपित के पेंट से पैसे निकालने का प्रयास किया तो आरोपित ने मृतिका को जोर से धक्का मारा और मृतिका जमीन पर गिरी सिर पर चोट लगने से खून निकलने लगा।
मस्तराम ने यह सोच कर कि मृतिका शिकायत पुलिस में करेगी उसने लकड़ी का पटा मृतिका के सिर पर मार दिया और फिर मोबाइल चार्जर की लीड से गला घोट कर हत्या कर दी। छत के रास्ते आरोपित अपने घर चला गया।
महत्वपूर्ण बिंदु यह भी है कि आरोपी पुलिस जांच में लगातार साथ में रहा सहयोग कर रहा था परंतु पुलिस ने जब बीड़ी का अधजला टुकड़ा और धागे का टुकड़ा को आधार मानकर जांच प्रारंभ की तो सच्चाई सामने आ गई और आरोपित मस्तराम ने घटना कारित करना स्वीकार कर लिया।