टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। ज़िलें में अवैध बजरी खनन की ही तर्ज पर खेतों का खनन किया जा रहा है। फर्क इतना है कि बजरी खनन बजरी माफिया कर रहे है तो भू माफिया खेतों का खनन कर रहे है। इंग्लिश उच्चारण में इन्हें कॉलोनाइजर्स के नाम से भी पुकारा जा रहा है। ये लोग अवैध रूप से नियमों को धत्ता बताकर कृषि भूमि पर अवैध रुप से कॉलोनियों काट रहे है,आमजन से सच्चाई छिपाकर उन्हें प्लॉट बेचे दे रहे है।भू-माफियाओं के आगे टोंक नगर परिषद भी नतमस्तक है। बोर्ड किसी भी राजनीतिक पार्टी का बने, भू माफिया के कारोबार पर कोई असर नही पड़ता है।
नियम विरुद्ध कृषि भूमि पर कटी कॉलोनियां
पवन विहार, चंदलाई रोड, गोकुल धाम कमेले के सामने, चंदन विहार, रिलायांस पेट्रोल पंप के सामने, चौधरी नगर, बंबोर रोड, देव नगर,बंबोर रोड, श्याम नगर, चंदलाई रोड ये कृषि भूमि पर है। इन्होंने बिना अप्रूव्ड के ही पवन विहार में ट्री गार्ड, रोड़ और खंभे खड़े कर दिए है,जिससे करोड़ों का नगर परिषद को राजस्व नुकसान हो रहा है।
नगर परिषद की मिलीभगत
कॉलोनाइजर्स ज़िलें में अवैध कॉलोनियों का विस्तार धड़ल्ले से कर रहे है। नगर परिषद अधिकारियों कर्मचारियों की मिलीभगत से कॉलोनाइजर का अवैध कॉलोनियों का करोड़ो का कारोबार खूब चल रहा है। नियम विरुद्ध खुलेआम कृषि भूमि पर प्लॉट काटे जा रहे है। बिना अनुमोदित और भू रूपांतरण के ही खेतों में कॉलोनियां काट कर एग्रीमेंट के आधार पर प्लॉट बेच रहे है। लगातार अवैध कॉलोनियों का विस्तार हो रहा है।
कृषि भूमि को किया समाप्त
कॉलोनाइजर्स ने टोंक नगर परिषद क्षेत्र में सवाई माधोपुर रोड, सोनवा रोड, सांखली सरोवर, लहन रोड, सोरण रोड समेत कई जगहों पर अपना कारोबार फैला दिया है।
बेवकूफ बनाया जा रहा है
कॉलोनाइजर्स खरीदार को अंधेरे में रख कर प्लॉट दे रहे है,सोशल मीडिया अखबारों में विज्ञापनों के माध्यम से आमजन को बेवकूफ बनाया जा रहा है। बम्पर ड्रा आदि का लालच देकर खरीदार को फंसाया जा रहा है। दलालों के माध्यम से बेवकूफ़ बनाया जा रहा है। टोंक नगर परिषद इनके खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उन पर मेहरबान है। राजनेतिक संरक्षण के चलते टोंक नगर परिषद आयुक्त भी कार्रवाई करने से कतरा रही है।