भीलवाड़ा/ राजस्थान में झीलों की नगरी उदयपुर की तर्ज पर भीलवाड़ा में भी कुडोज किड्ज के स्काउट गाइड बच्चों ने मिनी शिल्पग्राम बनाया है यह शिल्पग्राम शहर में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है ।
भीलवाड़ा शहर में नगर परिषद के चित्रकूट धाम में अपना संस्थान के द्वारा चल रहे चार दिवसीय पर्यावरण हरित संगम मेले में शहर की गायत्री नगर में स्थित कुडोज किड्ज स्कूल के नन्हे मुन्ने स्काउट गाइड विद्यार्थियों ने करीब 1500 स्क्वायर फीट के एरिया में शिल्पग्राम का निर्माण किया है इसके प्रवेश द्वार की लंबाई 15 फीट और 11 फीट चौड़ा बनाया हुआ ।
गेट दूर से ही अपनी और आकर्षित करता है इस मिनी शिल्पग्राम में इन नन्हे मुन्ने स्काउट गाइड विद्यार्थियों ने अपने हाथो से कडी मेहनत कर अपनी कला का परिचय देते हुए 15 फीट लंबाई और 11 फीट का गेट बनाकर अपने हाथो से मिट्टी का चूल्हा गट्टी,सिगड़ी ,कपड़े का crafted टेंट,राम मंदिर,मिट्टी का कुआ और श्मशान सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए बनाए ।
कपड़े के राजा रानी, जुट का कांच,कपड़े की चिड़िया तोते,काठी का घोड़ा ,मिट्टी के कलश,राजस्थानी ड्रेस ,बांस की सज्जा के समान , बांस से झूला ,बांस की टेबल ,कुर्सी पूरे एरिया को मिट्टी और गोबर से लीप कर मांडने बना कर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया ।
इन बच्चो ने अपनी कला का यह हुनर स्कूल के निर्देशक हंसराज यादव प्रिंसिपल श्रीमती मधुबाला यादव तथा कुंजन वैष्णव जया मोटयानी सोनिया राठौर हंसा शर्मा दुर्गा कमर अंजना शर्मा नंद कंवर के मार्गदर्शन में पूरा किया है यह सिर्फ ग्राम इस मेले में मेलार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।