टोंक। जिले के डिग्गी में 29 व 30 अगस्त 2023 की रात्री में भूरिया महादेव मन्दिर के संत सियाराम दास बाबा की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई थी।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मालपुरा पुष्पेन्द्र सिंह के निकट सुपरविजन में, अनुसंधान अधिकारी वृत्ताधिकारी चक्रवत्र्ती सिंह के नेतृत्व में थानाधिकारी डिग्गी अयूब खान, हैड कांनि. स्पेशल टीम मालपुरा अब्दुल वहाब, हैड कांनि. साईबर सैल टोंक राजेश गुर्जर, सुरेश चावला, कांनि. राजेश शर्मा, कांनि. स्पेशल टीम मालपुरा मो. ईस्माइल, कांनि. आलोक, हनुमान शर्मा, कांनि. डिग्गी प्रहलाद, राधामोहन, गंगदेव, प्रतापसिंह, कांनि. चालक मालपुरा जगदीश, कांनि. अरांई जिला अजमेर दशरथ, रिछपाल, चालक फारूख की गठित टीम द्वारा जघन्य ब्लाईण्ड मर्डर का खुलासा कर।
ये थे आरोपी
दो आरोपी जोधाराम उर्फ जोध्या उर्फ मुकेश पुत्र सुरजमल मोग्या (26) निवासी राजपुरा थाना लाम्बाहरिसिंह हाल गैलपुर पुलिस थाना अराँई जिला अजमेर एवं बालू उर्फ रामावतार पुत्र प्रेमा मोग्या (25) साल निवासी भवानीपुरा थाना डिग्गी जिला टोंक को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि उक्त घटना में गिरफ्तार मुल्जिम बालू मोग्या द्वारा पहले मन्दिर की रैकी की गई उसके बाद मुल्जिम जोधाराम मोग्या को उक्त वारदात करने के लिए बुलायाए जिस पर उक्त दोनो मुल्जिमान अपने अन्य साथियों के साथ आकर वारदात को अंजाम देने के लिए कस्बे के समीप सुनसान जंगल में छिप गये।

देर रात्री में वहाँ से मोटरसाईकिलों पर घटनास्थल के समीप पहुँचकर मोटरसाईकिलों को छिपा दिया एवं पास के खेतों के रास्ते मन्दिर मे प्रवेश कर नकबजनी का प्रयास कर रहे थे, इसी दौरान संत के जाग जाने के कारण मुल्जिमान द्वारा उनके सिर पर दनादन वार किये गये, जिससे वो अचेत होकर गिर गये, इसी दौरान उनके पास रखी चाबी निकाल कर कमरे में घुसकर वहां रखे करीबन 45 हजार रूपये निकालकर वहाँ से अँधेरे का फायदा उठाते हुये भाग गये।
आरोपियों को उसी वक्त संदेह हो गया था कि मारपीट की वजह से संत की मृत्यु हो गयी है। घटना के बाद सभी मुल्जिम रूपयों का आपस में बंटवारा कर अलग अलग स्थानों पर चले गये और खेतों की रखवाली के काम में लग गये, जिससे किसी को उन पर शक नही हो।

यह लोग छोट-छोटे गिरोह के रूप मे काम करते है तथा सुनसान स्थान पर स्थित मन्दिरों की रैकी कर अपने साथियों को बुलाकर वहाँ चोरी, नकबजनी व लूट जैसी वारदात को अंजाम देते है, इस दौरान जाग होने पर या वहाँ मौजूद व्यक्ति द्वारा विरोध करने पर यह जानलेवा हमला व मारपीट भी कर देते है।
घटना की सूचना पर जिला पुलिस अधीक्षक श्री राजर्षि राज एफएसएलए डीएसटीए साईबरए डॉग स्कवॉयड सहित पहुँचे एवं घटनास्थल की गहनता से जाँच की गईए घटना को लेकर कस्बे वासियों में काफी रोष था। घटना की गम्भीरता को देखते हुये जाँच वृत्ताधिकारी मालपुरा को दी गई।
जाँच के दौरान लगभग 500 से अधिक संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई, वहीं आस-पास के क्षैत्र के सीसीटीवी फुटेज व वाहनों की डिटेल प्राप्त की गई, लेकिन पुलिस के हाथ अहम सुराग नही लग पाये, अनुसंधान के दौरान कुछ लोगों का एफएसएल गाँधीनगर गुजरात में पॉलीग्राफी टेस्ट भी करवाया गया। मामले की गम्भीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज के निर्देशानुसार अनुसंधान अधिकारी द्वारा अन्य पहलुओं पर भी अनुसंधान जारी रखते हुये आधुनिक तकनीकी एवं परम्परागत पुलिसिंग का प्रयोग करते हुये ।
जिले व आस-पास के क्षैत्र में विगत वर्षों में इस प्रकार की वारदातों में संलिप्त मुल्जिमान के बारे मे जानकारी प्राप्त कर उनकी गतिविधियों पर निगरानी प्रारम्भ की गई। आसूचना एवं मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया, जिससे कुछ पूर्व के आरोपियों की गतिविधियां संदिग्ध पायी जाने पर लगातार उनका पीछा किया गया।
जिससे पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे जिसके आधार पर 2 संदिग्ध व्यक्तियों मे से जोधाराम मोग्या को अराँई क्षैत्र के जंगलों से थाना डिग्गी की गठित टीम व पुलिस थाना अराँई जिला अजमेर की टीम के सहयोग से व दूसरे को मालपुरा क्षैत्र से दस्तयाब कर गहनता से पूछताछ की गईए जिसमे उन्होने अपने कुछ साथियों की मदद से घटना कारित करना कबूल किया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुल्जिम जोधाराम गंभीर प्रवृत्ति का मुल्जिम है, जिसके विरूद्ध पूर्व में थाना दूनी में वर्ष 2011 में हत्या, पुलिस थाना बौंली जिला सवाईमाधोपुर में हत्या एवं पुलिस थाना चैथ का बरवाड़ा जिला सवाईमाधोपुुर में नकबजनी व पुलिस हिरासत से हवालात तोडक़र भागने के गम्भीर प्रवृति के प्रकरण पंजीबद्ध है।
मुल्जिम बालू उर्फ रामावतार के विरूद्ध पूर्व में पुलिस थाना डिग्गी के तीन मन्दिरों में नकबजनी करने का प्रकरण दर्ज है। प्रकरण में गिरफ्तार मुल्जिमान जोधाराम उर्फ जोध्या उर्फ मुकेश व बालू उर्फ बाल्या उर्फ रामावतार मोग्या को न्यायालय मे पेश कर पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया जाकर प्रकरण में अग्रिम अनुसंधान किया जावेगा। प्रकरण में संलिप्त अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।