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19 साल बाद अधिकमास में सावन, गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया, चातुर्मास में कितने होंगे व्रत -त्यौहार, जानें  - Dainik Reporters

19 साल बाद अधिकमास में सावन, गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया, चातुर्मास में कितने होंगे व्रत -त्यौहार, जानें 

Dr. CHETAN THATHERA
6 Min Read

भीलवाड़ा/ श्रावण मास के पवित्र महीने की शुरुआत मंगलवार से होने जा रही है और इस बार 19 साल के बाद एक बार फिर से चातुर्मास में सावन का पर्व मनाया जा रहा है और यह सावन का पर इस बार 30 दिन का महीना नहीं होकर सावन का महीना 58 दिन का होगा और इस बार सावन के दूसरे ही सोमवार को सोमवती अमावस्या का शुभ संयोग बन रहा है और हरियाली अमावस्या के बाद ही 30 दिन का अधिक मास होगा।

इस चातुर्मास के दौरान कितने व्रत त्यौहार होंगे और अधिक मास किसे कहते हैं इसके पीछे पौराणिक कथाएं क्या है आइए जानते हैं ज्योतिष नगरी कारोई के पंडित ज्योतिष डॉक्टर गोपाल उपाध्याय से । वही आज भीलवाड़ा शहर सहित जिलेभर में गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम व श्रद्धा से मनाया गया और विभिन्न आयोजन हुए

सावन मास का प्रारंभ मंगलवार 4 जुलाई से होगा और 19 साल बाद एक बार फिर से सावन मास अधिक मास में मनाया जाएगा इससे पहले साल 2004 में अधिक मास होने से सावन का महीना अधिक मास में मनाया गया था और इस बार चातुर्मास 4 महीने का नहीं होकर 5 महीने का चातुर्मास होगा चातुर्मास का शुभारंभ 29 जून को देवशयनी एकादशी से ही शुरू हो गया है।

चातुर्मास में सावन भाद्रपद अश्वनी और कार्तिक के 4 महीने होते हैं लेकिन इस बार अधिक मास होने से चातुर्मास 5 महीने का होगा 29 जून को देवशयनी एकादशी से 23 नवंबर 2023 को देवउठनी एकादशी तक का 184 दिन का त्योहारी सीजन रहेगा जिसमें करीब 95 से अधिक दिन व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।

देवा दी देव महादेव के भक्ति का विशेष महीना सावन की शुरुआत कल 4 जुलाई से शुरू हो रही है जो 31 अगस्त तक सावन का महीना रहेगा इसमें 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिक मास रहेगा हिंदी पंचांग के अनुसार हर महीने में सूर्य सक्रांति रहती है यानी सूर्य राशि बदलता है लेकिन अधिक मास में सक्रांति नहीं रहेगी।

4 जुलाई से 31 अगस्त तक सावन माह के महीने में 22 चतुर्थी आ एकादशी है एक हरा ली अमावस के बाद 30 दिन का अधिक मास 18 जुलाई से शुरू होगा जो 16 अगस्त तक रहेगा 17 अगस्त सावन का शुक्ल पक्ष शुरू होगा इसमें नाग पंचमी 21 अगस्त को मनाई जाएगी और रक्षाबंधन 30 अगस्त को मनाया जाएगा इस साल अधिक मास में रक्षाबंधन में भद्रा होने के कारण राखी बांधने के लिए दिन में कोई मुहूर्त नहीं होगा रात में 9:00 बजे ही रक्षाबंधन मनाया जाएगा ।

इस बार शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर को मनाई जाएगी लेकिन इस शरद पूर्णिमा पर आंशिक चंद्रग्रहण रहेगा जो भारत में भी दिखाई देगा इस कारण सूतक और पूजा-पाठ जैसे नियम और ग्रंथों के अनुसार लागू होंगे

श्रावण माह के सोमवार की तिथियां

श्रावण का पहला सोमवार: 10 जुलाई

श्रावण का दूसरा सोमवार: 17 जुलाई

श्रावण का तीसरा सोमवार: 24 जुलाई

श्रावण का चौथा सोमवार: 31 जुलाई

श्रावण का पांचवा सोमवार: 07 अगस्त

श्रावण का छठा सोमवार:14 अगस्त

श्रावण का सातवां सोमवार: 21 अगस्त

श्रावण का आठवां सोमवार: 28 अगस्त

अधिक मास को मलमास और पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं पौराणिक मान्यताओं और ग्रंथों के अनुसार अधिक मास में विवाह मुंडन गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य के लिए मुहूर्त नहीं रहते और इस महीने में सूर्य सक्रांति नहीं होती है इस कारण इस महीने को मलिन मास अर्थात मलमास का जाता है तथा अधिक मास को शुभ नहीं माना जाता इस कारण कोई भी देवता इस महीने का स्वामी नहीं बनना चाहता है तब अधिक मास मैं भगवान विष्णु से प्रार्थना की अधिक मास ने प्रार्थना सुनकर विष्णु जी ने इस महीने को खुद का सर्वश्रेष्ठ नाम पुरुषोत्तम दिया तब से इस मास को पुरुषोत्तम मास भी कहां जाने लगा इस महीने में भागवत कथा पढ़ना सुनना मंत्र जप पूजन धार्मिक अनुष्ठान बान शुभ काम आदि कार्य किए जाते हैं ।

चातुर्मास के दौरान व्रत और पर्व त्यौहार

4 जुलाई सावन शुरू 17 जुलाई हरियाली अमावस्या सोमवार 18 जुलाई मंगलवार अधिक मास प्रारंभ 21 अगस्त सोमवार नाग पंचमी 30 अगस्त बुधवार रक्षा बंधन 7 सितंबर गुरुवार श्री कृष्ण जन्माष्टमी 14 सितंबर गुरुवार कुशग्रहणी अमावस्या 19 सितंबर से 28 सितंबर तक गणेश उत्सव 29 सितंबर से 14 अक्टूबर तक पितृपक्ष अर्थात श्राद्ध पक्ष 14 अक्टूबर शनिवार को सर्वपितृ अमावस्या 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक नवरात्रि 24 अक्टूबर मंगलवार को दशहरा 28 अक्टूबर शनिवार को शरद पूर्णिमा इस दिन आंशिक चंद्रग्रहण भी है 1 नवंबर बुधवार करवाचौथ 5 नवंबर रविवार रवि पुष्य योग 10 नवंबर से 14 नवंबर तक दीपोत्सव और 19 नवंबर को छठ पूजा।

चातुर्मास के बाद शुभ मुहूर्त

23 नवंबर 27 नवंबर 29 नवंबर 1 दिसंबर 8 दिसंबर और 15 दिसंबर गृह प्रवेश के मुहूर्त तथा 23, 24 ,27 ,28 और 29 नवंबर शादी और सगाई के मुहूर्त 5,6,7,8,9 ,11 और 15 दिसंबर शादी को सगाई के मुहूर्त ।

गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया

आज भीलवाड़ा शहर सहित जिलेभर में गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम और श्रद्धा से मनाया गया मंदिरों में चरण पादुका पूजन और गुरु पूजन के कार्यक्रम आयोजित हुए अपने अपने गुरुओं की पूजा अर्चना कर उन्हें यथाशक्ति दान दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लिया ।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम