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भारत के इन मंदिरों में जाना है तो यह कपड़े पहनने पडेंगे, नही तो..... - Dainik Reporters

भारत के इन मंदिरों में जाना है तो यह कपड़े पहनने पडेंगे, नही तो…..

Dr. CHETAN THATHERA
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फाइल फ़ोटो-गौकर्णेश्वर महादेव मंंदिर ,बीसलपुर

मुंबई/ देश मे धार्मिक स्थलों पर बढती अश्लीलता और फूहड़ता ने भारतीय संस्कृति को छिन भिन्न करने की दिशा मे बढ रहे कदम पर रोक लगाने का पहला प्रयास महाराष्ट्र के कुछ मंदिर मे मंदिर प्रबंधन द्वारा किया गया है और अब इन मंदिर मे अगर दर्शन करने जाना है तो मंदिर प्रबंधन द्वारा निर्धारित कपडे ही पहनने पडेंगे । ऐसी व्यवस्था देश के सभी मंदिरों मे लागू हो जानी चाहिए ।

नागपुर शहर के चार मंदिरों में ‘वस्त्र संहिता’ (ड्रेस कोड) लागू कर दिया गया। महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के समन्वयक सुनील घनवत के अनुसार भक्तों को आपत्तिजनक कपड़े नहीं पहनने चाहिए।

जिन मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किया गया है उनमें धंतोली के गोपालकृष्ण मंदिर, बेलोरी (साओनेर) के संकटमोचन पंचमुखी हनुमान मंदिर, कनोलीबारा के बृहस्पति मंदिर और हिलटाप इलाके के दुर्गामाता मंदिर शामिल है।

फरवरी में जलगांव में महाराष्ट्र मंदिर ट्रस्ट परिषद की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया था। घनवट ने कहा कि ड्रेस कोड लागू करने का उद्देश्य मंदिरों की पवित्रता की रक्षा करना है।

उन्होंने कहा कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सरकार द्वारा नियंत्रित मंदिरों में ड्रेस कोड लागू करने का भी अनुरोध करेंगे।

श्री गोपालकृष्ण मंदिर के ट्रस्टी प्रसन्न पातुरकर, मंदिर समिति प्रमुख श्रीमती ममताताई चिंचवडकर और आशुतोष गोटे ने कहा कि मंदिर की पवित्रता की रक्षा और भारतीय संस्कृति का पालन होना चाहिए।

इस उद्देश्य से हमारा आग्रह है कि मंदिर में श्रद्धालु आते समय अंगप्रदर्शन करने वाले और छोटे कपडे़ पहनकर न आएं। भारतीय संस्कृति का पालन कर मंदिर प्रशासन में सहयोग करें।

महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के समन्वयक सुनील घनवट ने कहा कि मंदिरों की पवित्रता, शिष्टाचार और संस्कृति संजोने के लिहाज से यहां ड्रेस कोड लागू करने का निर्णय लिया गया है।

सरकारी कार्यालयों, अनेक मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों, मस्जिदों, स्कूल-कॉलजों, न्यायालयों, पुलिस विभाग में वस्त्र संहिता (ड्रेस कोड) लागू है। इसी आधार पर हमने ये फैसला लिया है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम