जयपुर/ यूट्यूब चैनल के जरिए करोड़ों रुपए के साइबर ठगी करने वाले ठग गिरोह को एसओजी जयपुर ने गिरफ्तार किया है गिरफ्तार किए गए ठग भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ के हैं जो मुंबई से अपनी ठगी का कारोबार संचालित करते हैं ।
एसओजी के सूत्रों के अनुसार जयपुर में रहने वाली पेशे से डॉक्टर अंकिता सिंह ने एक रिपोर्ट एसओजी में विगत दिनों दर्ज कराई थी।
इस दर्ज कराई रिपोर्ट में अंकिता सिंह ने बताया कि उसके मोबाइल पर पिछले माह 1 मार्च को अपूर्वा ग्लोबल एडवरटाइजिंग कंपनी के सेल्स मैनेजर का व्हाट्सएप पर टेलीग्राम पर मैसेज आया जिसमें बताया कि उनकी कंपनी में पार्ट टाइम जॉब चल रहा है किस जॉब के तहत यूट्यूब वीडियो को लाइक करने पर हर वीडियो पर ₹50 उनकी कंपनी देगी और इस तरह यूट्यूब चैनल वीडियो लाइक करके करीब 1 दिन में 2000 से 2500 कमा सकते हैं ।
रिपोर्ट में बताया कि वह इस लोक में आ गई और 8 मार्च से लेकर 12 मार्च के बीच था 5 दिन तब उसने वीडियो लाइक किया इस पर उसे करीब ₹8000 कंपनी की ओर से दिए गए तो उसे विश्वास हो गया कि कंपनी सही है इसके बाद उसने वीडियो लाइक करना चालू रखा।
लेकिन अचानक 28 मार्च को उसी कंपनी से उसके पास वापस फोन आता है और उसे कहा जाता है कि आपने गलत वीडियो लाइक कर रही हैं और गलत वीडियो लाइक करने के कारणों उसे कंपनी में ₹200000 जमा कराने होंगे जो बाद में वापस होने मिल जाएंगे तथा जो वीडियो लाइक की है उसका पैसा भी मिल जाएगा।
इस पर उसने ₹200000 कंपनी द्वारा बताए गए खाते में जमा करा दिए लेकिन कंपनी द्वारा और रुपयों की डिमांड की जाने लगी तथा कहा कि अगर यह रुपए नहीं दोगे तो पुराने वाले रूपए वीडियो लाइक की है ।
उसके रुपए भी डूब जाएंगे और इस तरह 28 मार्च से 1 अप्रैल तक 5 दिन में कंपनी के इन ठगों ने 42 लाख रुपए उनके खातों में जमा करवा लिए लेकिन जब उसे उसके ठगे जाने का एहसास हुआ।
तो उसने सूजी की शरण ली होती 4 अप्रैल को रिपोर्ट दर्ज होने के बाद एसओजी ने जांच कार्रवाई शुरू करते हुए फाइबर तकनीकी से अंकिता सिंह ने जिन 11 बैंक खातों में रुपए जमा कराए थे।
उन बैंक खातों की डिटेल निकाली और छानबीन की तो पता चला कि 9 बैंक खातों में फरवरी और मार्च महीने में करीब 22 करोड़ से अधिक रुपए का लेनदेन हुआ है और इनमें से करीब 31 लाख रुपए खातों में फ्रिज अर्थात रुके हुए हैं ।
एसओजी ने खातों के लिंक फोन नंबर के रिकॉर्ड की जांच की नोटों की जांच करने पर पता चला कि यह नंबर भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ के लोग काम में ले रहे हैं और इन खातों को संचालित करने वाले भी चार आरोपी भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ के ही हैं इस पर एसओजी ने कार्रवाई करते हुए।
इस पर एसओजी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए युवराज मीणा पुत्र हरलाल मीणा निवासी बाग का झोपड़ा बेई जिला भीलवाड़ा लेहरु लाल तेली पुत्र राजमल तेली तेली मोहल्ला अकोला चित्तौड़गढ़ गोवर्धन नगर पुत्र बहादुर निवासी खटीक मोहल्ला संगेसरा चित्तौड़गढ़ और किशन लाल प्रजापत निवासी संगे सरा चित्तौड़गढ़ को गिरफ्तार किया और आज इनको कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा ।
एसओजी की जांच में प्रारंभिक तौर पर सामने आया कि यह साइबर ठग विकिपीडिया और चित्तौड़गढ़ की गैंग है यह ग्रहों मुंबई जाकर फर्जी कंपनी रजिस्टर्ड करवाते हैं और दिखावटी ऑफिस तैयार कर कंपनी के नाम से चालू खाता खुलवा कर उसमें लेनदेन करते हैं और इन खातों का संचालन में भीलवाड़ा चित्तौड़गढ़ से करते हैं।
एसओजी इन चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और रिमांड के बाद पूछताछ में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।