जयपुर। राजस्थान के लघु उद्यमियों के साथ राज्य सरकार भी कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है, जिसके तहत लघु उद्यमी अपने प्रयासों से रोजगार भी सृजित कर रहे हैं।
द बेबी होटल भीलवाड़ा की प्रोपराइटर बेबी बानू मंसूरी बताती हैं कि वे स्वरोजगार स्थापित करना चाहती थीं और उनकी रुचि होटल व्यवसाय में थी। अपना होटल प्रारम्भ करने में अधिक पूंजी की आवश्यकता के कारण उन्होंने ऋण के लिए पहले बैंक से सम्पर्क किया था, लेकिन वहां पर ब्याज की दर अधिक होने के कारण उन्हें अपना होटल शुरू करने का सपना मुश्किल लग रहा था। ऐसे में उन्हें किसी परिचित से मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना के बारे में पता चला।
उन्हांेने जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र भीलवाड़ा में सम्पर्क किया, जहां अधिकारियों ने उन्हें इस योजना के बारे में विस्तार से समझाया। इसके बाद उन्होंने होटल प्रारंभ करने का निर्णय लिया। श्रीमती बेबी बानू मंसूरी को इस योजना के तहत 4.95 करोड़ रुपये का ऋण मिला।
37 लोगों को दे रहीं रोजगार
श्रीमती बेबी बानू के अनुसार इस योजना के तहत ब्याज दर में राज्य सरकार की तरफ से मिला अनुदान उनके होटल के लिए संजीवनी बूटी सिद्ध हुआ और अब वे अपने साथ 37 अन्य लोगों को भी रोजगार दे पा रही हैं। वे बताती हैं कि उन्हें ऋण पर चुकाए जाने वाले ब्याज पर मिलने वाली सब्सिडी भी समय पर प्राप्त हो रही है।
श्रीमती बेबी बानू राज्य सरकार का धन्यवाद देते हुए कहती हैं, ‘मुझे खुशी है कि राज्य सरकार की योजना के माध्यम से मैंने अपना उद्यम स्थापित करने में सफलता हासिल की है। मुझे आशा है कि मेरी तरह अन्य बेरोजगार भी राजकीय योजनाओं का लाभ उठाकर उद्यमी बनेंगे और जीवन सफल बनायेंगे।