टोंक,8 अक्टूबर। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने शनिवार को कलेक्टर कक्ष में जल जीवन मिशन, जिले में उर्वरक का वितरण एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी देशल दान भी मौजूद रहे।
जिला कलेक्टर ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश गोयल को जल जीवन मिशन का तय समय सीमा में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। धरातल पर काम गुणवत्तापूर्ण हो इसकी भी सुनिश्चितता की जाएं। जल जीवन मिशन में जहां-जहां एफएचटीसी(नल कनेक्शन) का काम पूरा हो गया है,वहां पानी के प्रेशर के साथ नहीं पहुंचने संबंधी शिकायतों का समाधान शीघ्र किया जाएं।
जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जेजेएम का कार्य पूर्ण होने के पश्चात क्षतिग्रस्त सड़क के रिपेयर का काम नियत अवधि में करें। नवीन कार्य शुरू करने से पहले पुराने काम को पूरा किया जाएं ।
जल एवं स्वच्छता समिति को पेयजल वितरण का कार्य सभी कमियों में सुधार करने के पश्चात ही दिया जाएं। जिला कलेक्टर ने उपखंड टोडारायसिंह एवं मालपुरा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत मिल रही शिकायतों पर नाराजगी जाहिर करते हुए सुधार करने के लिए निर्देशित किया।
जिले में रबी सीजन में उर्वरक की क्षेत्रीय मांग का कलस्टर वाइज आकलन करने के लिए कृषि विभाग के उपनिदेशक राधेश्याम मीणा एवं सहकारिता विभाग के प्रबंध संचालक विक्रम चौधरी को निर्देशित किया। जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले में जिन स्थानों पर उर्वरक का वितरण कम हुआ है,वहां आगामी दिनों में इसका वितरण समान रूप से कराया जाएं। साथ ही उर्वरक वितरण के रिकॉर्ड का भी संधारण किया जाएं। उर्वरक वितरण का कार्य जिले में कहीं भी शाम 6 बजे पश्चात नहीं हो।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में जिले में पंजीकरण से वंचित 77 हजार परिवारों को योजना से जोड़ने के प्रयास को लेकर जिला कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से चर्चा की। योजना के तहत जिले के जिन चिकित्सालय में पेकेज बुकिंग कम हो रही है, इसकी समीक्षा की। जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की बूस्टर डोज में प्रगति लाने के निर्देश दिए।